रांची। वोडाफोन आइडिया फाउंडेशन के ‘जादू गिन्नी का’ वित्तीय साक्षरता प्रोग्राम ने सीएससी ग्रामीण स्तर के उद्यमी तजमुल अंसारी को सक्षम बनाया। अंसारी ने झारखंड के रांची जिले में 15,000 से अधिक ग्रामीणों को शिक्षित किया। ‘जादू गिन्नी का’ प्रोग्राम के तहत वे 200 से अधिक गांवों का दौरा कर चुके हैं।
तजमुल अंसारी (36) झारखंड के रांची जिले में स्थित चान्हो गांव में रहते हैं। वे वंचित वर्ग से हैं। जब वे सिर्फ 17 साल के थे, जब एक सड़क दुर्घटना में उनके पिता की मृत्यु हो गई। परिवार में सबसे बड़ा बेटा होने के नाते, परिवार की पूरी जिम्मेदारी उन के कंधों पर आ गई। इसके बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी। पैसा कमाने के लिए छोटी-मोटी नौकरियां करने लगे।
सीएससी एकेडमी के साथ एसोसिएशन
अंसारी 2016 में इलेक्ट्रोनिक्स एवं आईटी मंत्रालय के तहत सीएससी एकेडमी में शामिल हो गए। एकेडमी के प्रोग्राम दूर-दराज के इलाकों में डिजिटल एवं वित्तीय साक्षरता के बारे में जरूरी सेवाएं और जानकारी उपलब्ध कराते हैं। इन प्रोग्रामों ने अंसारी को समाज सेवा के लिए प्रेरित किया। उन्होंने ग्रामीण स्तरीय उद्यमियों के सीएससी नेटवर्क में अपना पंजीकरण करा लिया। उचित प्रशिक्षण पाने के बाद अंसारी ने डिजिटल वित्तीय साक्षरता प्रोग्राम के लिए अपना पहला प्रोजेक्ट किया।
‘जादू गिन्नी का’ के साथ वित्तीय साक्षरता
पिछले पांच सालों में वीएलई के रूप में अपनी यात्रा के दौरान अंसारी ने वोडाफोन आइडिया के ‘जादू गिन्ना का’ प्रोग्राम के जरिए वित्तीय साक्षरता पर ध्यान केन्द्रित किया। वित्तीय प्रबन्धन की आवश्यकता के बारे में जागरुकता फैलाई। ‘जादू गिन्नी का’ का संचालन लर्निंग लिंक्स फाउंडेशन के साथ साझेदारी में किया जाता है। यह प्रोग्राम लोगों को वित्तीय अवधारणाओं जैसे निवेश, वित्तीय नियोजन, डिजिटल फाइनैंसिंग टूल्स आदि के बारे में शिक्षित बनाता है। यह प्रतियोगिता साधारण स्टोरीटैलिंग प्रारूप पर आधारित होती है और इसमें रोचक गेम्स और क्विज भी शामिल होते हैं।
डिजिटल वित्तीय साक्षरता का संदेश
अंसारी की डिजिटल फाइनेंशियल लिटरेसी परियोजना बेहद कारगर साबित हुई। उन्होंने हाल ही में वोडाफोन आइडिया फाउंडेशन के ‘जादू गिन्नी का’ प्रोग्राम द्वारा लॉन्च की गई टेक्नोलॉजी से लैस मोबाइल वैन को संचालित करने के लिए चुना गया। इस वैन में लैपटॉप, एलसीडी स्क्रीन, स्पीकर और जनरेटर हैं। इसके जरिए अंसारी ऑडियो एवं विजु़अल कंटेंट के माध्यम से डिजिटल वित्तीय साक्षरता का संदेश देते हैं। मोबाइल वैन क्लासरूम ऑन व्हील्स की भूमिका भी निभाती है, जिसके माध्यम से ग्रामीणों को लैपटॉप के द्वारा वित्तीय साक्षरता पर आधारित रोचक क्विज में हिस्सा लेने का मौका भी मिलता है।
कई जीरो बैलेंस बैंक खाते खुलवाएं
अंसारी ने कई जीरो बैलेंस बैंक खाते खुलवाएं हैं। साथ ही ग्रामीणों को म्युचुअल फंड एवं बीमा के लिए आवेदन में भी मदद की है। उन्होंने जिन गांवों का दौरा किया, उन गांवों में आज लोग पेटीएम जैसे प्लेटफॉर्म के जरिए कैशलैस लेनदेन करना पसंद करते हैं। उन्होंने डिजिटल सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए जाना जाता है जैसे फोन नंबर को आधार कार्ड के साथ लिंक करना, पैन कार्ड और पासपोर्ट के लिए आवेदन आदि।