रांची। घर की शोभा नारी होती है। नारियों की शोभा उनकी कलाईयों पर सजने वाली रंग-बिरंगी चूड़ियां होती है। यही चूड़ियां आज कई नारियों के आत्मसम्मान, आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता का जरिया बन रही है। उनका जीवन बदल रही है।
रांची में महिलाओं का एक समूह लाह समेत दूसरी चूड़ियों के निर्माण में लगी है। चूड़ी निर्माण व्यवसाय से जुड़कर वे आत्मनिर्भर बन रही हैं। इस समूह से जुड़ी महिलाएं ना सिर्फ रोजगार, बल्कि महिलाओं की दूसरी सामाजिक-आर्थिक समस्याओं में मदद के लिए आगे रहती हैं। आज घर बैठे चूड़ी के इस व्यवसाय से जुड़कर वे सम्मान के साथ अच्छी आमदनी कर रही हैं।
खासकर, शादी ब्याह के मौकों पर इनकी खूबसूरत चूड़ियों की डिमांड काफी बढ़ जाती है। इसकी आपूर्ति करने के लिए महिलाओं को अधिक चूड़ियां बनाती है। उनकी लगन से इनका कारोबार खूब तेजी से आगे बढ़ रहा है।