रांची। जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने विभिन्न मुद्दों की समीक्षा की। उदासीनता बरतने और लक्ष्य पूरा नहीं करने पर स्कूलों के प्राचार्य, प्रभारी प्रधानाध्यापक सहित कई कर्मियों का वेतन रोकने का निर्देश दिया। समीक्षा बैठक का जारी प्रोसिडिंग में इसका जिले किया गया है।
रांची जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जिले के सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी एवं लेखापाल सह-कम्प्यूटर ऑपरेटर की ऑनलाईन बैठक की। इसमें जिला शिक्षा अधीक्षक-सह-अपर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एवं जिला कार्यालय के पदाधिकारी मौजूद थे। मौके पर चर्चा कर कई निर्देश दिए गए।
पोशाक की राशि
प्रखंडवार पोशाक की राशि डीबीटी के माध्यम से बच्चों को हस्तांतरित किया जाना है। हर हाल में शत प्रतिशत बच्चों का बैंक खाता खोलने का निर्देश दिया गया। लापुंग, रातु, बुढ़मू, इटकी एवं बेड़ो के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी/प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी एवं लेखापाल-सह-कम्प्यूटर ऑपरेटर का जनवरी, 2022 को वेतन/मानदेय स्थगित करने का निर्देश दिया गया।
जेनरल स्कॉलरपशिप
जेनरल स्कॉलरपशिप के अंतर्गत बच्चों की राशि डीबीटी से भेजने में बच्चों की विवरणी 60 प्रतिशत से कम रहने के कारण प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी/प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी कांके/लापुंग/ओरमांझी/रांची सदर और सोनाहातु के जनवरी का वेतन/मानदेय स्थगित करने का आदेश दिया गया।
विद्यार्थियों की उपस्थिति
प्रखंडवार वर्ग 9 से 12 में अध्ययनरत बच्चों के लिए वित्तीय वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 के लिए बच्चों की विवरणी 50 प्रतिशत से कम होने के कारण इटकी खेलारी ओरमाझी एवं सिल्ली के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी/कार्यक्रम पदाधिकारी का जनवरी, 2022 का वेतन/मानदेय स्थगित करने का निर्देश दिया।
शनिवार को समीक्षा करें
ईविद्यावाहिनी के माध्यम से बच्चों के आधार नंबर एवं उनके खाता संख्या का एसडीएमआईएस विद्यालय द्वारा किया जाना है। जिला एवं प्रखंड स्तरीय कार्यालय द्वारा विद्यालय के प्राचार्य से संपर्क कर उसका अनुश्रवण किया जाना है। समीक्षा के क्रम में खाता इंट्री में जिला का औसत मात्र 28 प्रतिशत पाया गया, जबकि आधार इंट्री में 69 प्रतिशत ही औसत पाया गया। कुछ दिन पहले जिला स्तर पर गूगल लिंक के माध्यम से खाता एवं आधार इंट्री से संबंधित प्रतिवेदन में विद्यालय द्वारा लगभग 91 प्रतिशत बच्चों के पास आधार नंबर एवं 65 प्रतिशत बच्चों के पास खाता नंबर उपलब्ध होने की सूचना विद्यालय द्वारा उपलब्ध करायी गई थी। इसे देखते हुए सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी समन्वयक को निर्देश दिया जाता है कि वे अपने अधीनस्थ कार्यरत प्रखंड साधन सेवी, संकुल साधन सेवी के माध्यम से प्रत्येक शनिवार को इसकी समीक्षा करें।
विद्यालय विकास अनुदान
समग्र शिक्षा अंतर्गत विद्यालय को पीएफएमएस के माध्यम से विद्यालय विकास अनुदान के लिए आवंटित की गई राशि के खर्च की समीक्षा की गई। यह पाया गया कि मात्र चान्हो प्रखंड से कुछ विद्यालयों द्वारा 62,000 रुपये का व्यय किया गया है। यह ना के बराबर है। इस संबंध में प्रखंड में कार्यरत लेखापाल सह-कम्प्यूटर ऑपरेटर को निर्देश दिया गया कि वे अपने प्रखंड के सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक से सम्पर्क कर उन्हें उनके विपत्र भुगतान में सहयोग प्रदान करना सुनिश्चित करेंगे, ताकि जिला स्तर पर आयोजित अगली बैठक में राशि के व्यय में अपेक्षित वृद्धि हो सके।
बच्चों का वेरीफिकेशन
ईविद्यावाहिनी पोर्टल में बच्चों के वेरीफिकेशन से संबंधित कार्य की गति काफी धीमी है। इसके कारण प्रखंड में कार्यरत सभी एमआईएस को-ऑडिनेटर एवं डेटा इंट्री आपरेटर को निर्देश दिया गया कि प्रत्येक शनिवार को वेरीफिकेशन से संबंधित विद्यालयवार प्रगति पीडीएफ के माध्यम से अपने प्रखंड स्तरीय व्हाट्सएप ग्रुप में भेंजे। संबंधित विद्यालय के प्रखंड साधन सेवी/संकुल साधन सेवी विद्यालय के प्रधानाध्यापक से सम्पर्क कर उसे समाप्त करने का अनुरोध करेंगे। इस संबंध में निर्देश दिया गया कि जिले के सभी सरकारी/मान्यता प्राप्त अल्पसंख्यक विद्यालय के प्राचार्य/प्रभारी प्रधानाध्याक का जनवरी, 2022 माह का वेतन संबंधित निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी द्वारा तबतक निर्गत नहीं किया जाएगा, जबतक कि वे अपने स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों का वेरीफिकेशन 80% तक नहीं प्राप्त कर ले। पारा शिक्षक द्वारा संचालित विद्यालय में विद्यालय के सचिव का वेतन पीएफएमएस पोर्टल पर लेखापाल सह-कम्प्यूटर ऑपरेटर तब तक नहीं अपलोड करेंगे, जबतक की उनके विद्यालय की उपलब्धि 80 प्रतिशत तक नहीं हो जाए।