पटना। ट्रेन में आराम से दो भाई यात्रा कर रहे थे। अचानक खुफिया अधिकारी पहुंच गए। उनसे पूछताछ करने पर बड़ा राज खुला। यह वाक्या देखकर आसपास के यात्री भी दंग रह गये। यह घटना बिहार के गया जंक्शन के पास घटी।
जानकारी के मुताबिक रामेश्वर बिंद और रामधनी बिंद भाई हैं। दोनों भाई अलग-अलग ट्रेनों में सफर किया करते थे। दोनों भाई साधारण यात्री बनकर ट्रेन में सवार होते थे। हालांकि सोने की तस्करी करते थे। इसके लिए उन्होंने अनोखा रास्ता अख्तियार किया था।
खुफिया जानकारी मिलने के बाद बिहार के गया जंक्शन पर दो भाइयों की तलाश में राजस्व खुफिया विभाग के अधिकारी पहुंचे। उनसे पूछताछ करते हुए उनकी तलाशी ली। इसके बाद उनकी चलाकी का खुलासा हुआ। दरअसल, वे तकिया की शक्ल में सोने की तस्करी किया करते थे। फिलहाल दोनों भाई को पटना की डीआरआई ने पकड़ा है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
गया के आरपीएफ थाना अध्यक्ष अजय प्रकाश ने के मुताबिक राजधानी पटना से राजस्व खुफिया विभाग की पांच सदस्यीय टीम गया रेलवे स्टेशन आई थी। टीम को सूचना मिली थी कि गया रूट से भारी मात्रा में सोने की तस्करी की जा रही है।
टीम ने हाबड़ा इंदौर शिप्रा एक्सप्रेस में की बोगी संख्या एस-7 में छापेमारी की। वहां बर्थ नंबर 38 पर आराम से लेटकर सफर कर रहे यात्री रामेश्वर बिंद से पूछताछ शुरू की। पूछताछ के दौरान सबकुछ सामान्य रहा। इस दौरान टीम विंदेश्वर के सामान पर नजर रख रही थी। टीम के सदस्यों ने रामेश्वर को अपना सामान दिखाने को कहा। सामान की तलाशी में रामेश्वर बिंद के पास से तीन किलोग्राम सोना बिस्कुट की शक्ल में बरामद हुआ।
बिंद के भाई से डीआरआई की टीम ने गया रेलवे स्टेशन पर ही हाबड़ा कालका एक्सप्रेस में पूछताछ की। तलाशी लेने पर उसके पास से भी तीन किलो सोना जब्त किया गया, जिसे उसने तकिये की शक्ल दे दी थी। यह छह किलो सोना तस्करी कर कोलकाता ले जाया जा रहा था।
टीम के मुताबिक दोनों आरोपी यूपी के मिर्जापुर के रहने वाले हैं। टीम दोनों तस्करों को पटना लेकर पहुंची, जहां उनसे पूछताछ चल रही है। टीम के मुताबिक बरामद सोने की कीमत ढाई करोड़ से ज्यादा है।