जमशेदपुर। झारखंड कैडर के IAS अधिकारियों ने सराहनीय पहल की है। वे नेशनल एशोसिएशन ऑफ सिविल सर्वेंट्स (बिहार और झारखंड) में चयनित अभ्यर्थियों को निःशुल्क सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कराएंगे। इसके लिए NACS की वेबसाइट www.nacsbiharjharkhand.org.in पर 1 जनवरी से पंजीकरण शुरू हो चुका है। इच्छुक अभ्यर्थी वेबसाइट पर जाकर 10 जनवरी तक रजिस्ट्रेशन करा सकते है।
15 जनवरी से चयनित अभ्यर्थियों का ऑनलाइन क्लास शुरू हो जाएगा। इस क्लास में ना केवल चयनित अधिकारी अभ्यर्थियों को पूरा सिलेबस कंप्लीट कराएंगे, बल्कि पिछले साल पूछे गए प्रश्नों पर भी गहन चर्चा-परिचर्चा करके उन्हें उत्तर लिखने की कला भी सिखाएंगे। अधिकारियों द्वारा मॉडल उत्तर भी लिखकर बताया जाएगा, ताकि अभ्यर्थी मॉडल उत्तर से प्रेरणा लेकर बेहतर उत्तर लिख सके। अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी NACS की वेबसाइट के अलावा इसका फेसबुक पेज National Association of Civil Servants-Bihar & Jharkhand को भी लाइक कर सकते है। ट्विटर हैंडल @NacsBihar_JH को भी फॉलो कर सकते हैं।
प्रोग्राम की खासियत
1. 200 अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा।
2. प्रीलिम्स और मेंस दोनों की तैयारी रेगुलर क्लासरूम पैटर्न पर कराई जाएगी।
3. क्लासेज ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में होंगे।
4. चयन की प्रक्रिया में BPSC/JPSC और UPSC CSE परीक्षा के किसी भी स्टेज में सफल अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
5. महिलाओं और स्टेट बोर्ड से 10वी पास अभ्यर्थियों को भी प्राथमिकता दी जाएगी।
6. कमजोर वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए NACS का यह प्रयास है, जिसमें चयनित अधिकारी समय निकालकर अभ्यर्थियों का मार्गदर्शन करते हैं।
7. पूरा मार्गदर्शन प्रोग्राम निःशुल्क आयोजित होता है। इसमें प्रीलिम्स और मेंस की तैयारी कराई जाती है। पूरा सिलेबस कवर किया जाता है।
8. चयनित अभ्यर्थियों का व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाकर वन-टू-वन मेंटरिंग भी की जाती है। इसमें कोई भी अभ्यर्थी कोई भी सवाल IAS/IPS अधिकारियों से कभी भी पूछ सकते हैं।
9. बिहार और झारखंड के अधिकारियों द्वारा ‘गिविंग बैक टू सोसाइटी’ के मोटो के तहत यह प्रोग्राम NACS के बैनर तले चलाया जाता है। 10. बिहार और झारखंड के अधिकारियों को एक मंच प्रदान करने, अपने राज्य के बेहतरी के लिए साथ मिलकर कार्य करने के उद्देश्य से IAS बीके प्रसाद के नेतृत्व में NACS का गठन 2014 में किया गया था। इसमें 1000 से भी ज्यादा अधिकारी इसके सदस्य है। वे सभी मिलकर बिहार और झारखंड की बेहतरी के लिए मार्गदर्शन के अलावे और भी कई तरह के पहल करते रहते है।