प्रशांत अंबष्ठ
बोकारो। कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लेने पर युवक की आंखों की रोशनी चली गई। यह दावा युवक के परिजनों ने किया है। उन्होंने सरकार से युवक के सचुचित इलाज की व्यवस्था कराने और मुआवजा देने की मांग की है। यह मामला झारखंड के बोकारो जिले की हजारी पंचायत का है।
यहां के रहने वाले कोशिश कुमार (20) ने बीते 15 दिसंबर को कोरोना से बचाव के लिए कोवीशिल्ड वैक्सीन की दूसरी डोज ली। युवक के परिजनों के मुताबिक इसके बाद उसके आंखों की रोशनी धीरे-धीरे चली गई। पीड़ित युवक ने बताया कि कोवीशिल्ड की पहली डोज उसने 15 सितंबर को ली थी। दूसरी डोज 15 दिसंबर को स्थानीय पंचायत भवन में लगे कैंप में ली।
परिजनों के मुताबिक दूसरी डोज लेते ही उसकी बाई आंख से दिखाई देना बंद हो गया। दाहिने आंख से धुंधला दिखाई देने लगा। आनन-फानन में बोकारो अस्पताल में आंखों का चेकअप कराया। वहां के चिकित्सकों ने भी कोवीशिल्ड की दूसरी डोज को ही आंख खराब होने का कारण बताया। अंत में चिकित्सकों की सलाह पर रांची स्थित कश्यप मेमोरियल आई अस्पताल में इलाज कराया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
पीड़ित के भाइयों ने बताया कि कोवीशिल्ड की दूसरी डोज लेने से उसके भाई के आंखों की रोशनी चली गई है। इसलिए उसके इलाज का पूरा खर्च सरकार दे, ताकि आंखों का समुचित इलाज हो सके। भाइयों ने सरकार से उचित मुआवजे की भी मांग की है। इसकी जानकारी मिलते ही गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो ने पीड़ित युवक को हरसंभव मदद करने की बात कही है।