मुंबई। टाटा स्टील ने एक बार फिर डॉउ जोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स (डीजेएसआई) कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2021 में शीर्ष 10 स्टील कंपनियों में जगह बनायी है। कंपनी ने लगातार 10वें साल डीजेएसआई इमर्जिंग मार्केट्स (ईएम) इंडेक्स में अपनी स्थिति को बरकरार रखा है। ईएम इंडेक्स में जगह बनाने वाली भारत की शीर्ष 15 कंपनियों में टाटा स्टील भी एक है। 15 की इस सूची में वर्तमान में 109 कंपनियां शामिल हैं।
वर्ष, 2021 के कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट के लिए 5,300 कंपनियों को योग्य पाया गया था। उन्हें उन्हें हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। इस साल असेसमेंट यानी मूल्यांकन में रिकॉर्ड 1,843 कंपनियों ने हिस्सा लिया। ये प्रतिभागी कंपनियां वर्तमान में एस ऐंड पी ग्लोबल बीएमआई (ब्रॉड मार्केट इंडेक्स) के सापेक्ष ग्लोबल मार्केट कैपिटलाइजेशन के 45 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करती हैं, अर्थात ग्लोबल मार्केट कैपिटल में इनकी हिस्सेदारी 45 प्रतिशत है, जो 2020 में 32 प्रतिशत थी।
सस्टेनेबलिटी के तहत टाटा स्टील ने व्यापार आचर संहिता, जोखिम और संकट प्रबंधन, पर्यावरण रिपोर्टिंग, परिचालन पर्यावरण दक्षता, कॉर्पोरेट, नागरिकता और परोपकार व सोशल रिपोर्टिंग आदि श्रेणियों में उच्चतम स्कोर प्राप्त किया।
इस उपलब्धि पर टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (सेफ्टी, हेल्थ ऐंड सस्टेनेबिलिटी) संजीव पॉल ने कहा, ‘डॉउ जोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स में दुनिया की शीर्ष 10 स्टील कंपनियों में शामिल किये जाने पर हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं। ईएसजी हमारे बुनियादी परिचालन और हमारी रणनीतियों का एक अभिन्न अंग है। अपने जलवायु प्रभाव प्रदर्शन को बेहतर बनाने में योगदान देने का हमारा निरंतर प्रयास रहा है। सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग को सक्षम करने के लिए टाटा स्टील ने कई पहल की हैं और यह आगे भी उद्योग के लिए नये मानक स्थापित करने का अपना प्रयास जारी रखेगी। यह सम्मान हमें एक सस्टेनेबल इकोसिस्टम का निर्माण करने और इसका पोषण जारी रखने के लिए प्रेरित करेगा।‘
टाटा स्टील 2012 से कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (सीएसए) में हिस्सा ले रही है और लगातार 10 वर्षों से डीजेएसआई इमर्जिंग मार्केट्स इंडेक्स की सदस्य रही है। इस साल की शुरुआत में, कंपनी के जमशेदपुर स्टील प्लांट को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के एडवांस्ड फोर्थ इंडस्ट्रियल रिवॉल्यूशन लाइटहाउस के रूप में सम्मानित किया गया था। सस्टेनेबल परिचालन की दिशा में अपनी परिवर्तन यात्रा के तहत कंपनी ने कई पहल की हैं, जिनमें जमशेदपुर और साहिबाबाद के संयंत्रों में स्टील के परिवहन के लिए ईवी की तैनाती और हरियाणा के रोहतक में भारत के पहले स्टील रीसाइक्लिंग प्लांट की स्थापना आदि शामिल है। यह जमशेदपुर में अपना पहला कार्बन कैप्चर प्लांट भी स्थापित कर रही है। टाटा स्टील सी कार्गो चार्टर में शामिल होने वाली पहली स्टील कंपनी भी है।
डीजेएसआई कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (सीएसए) 1999 से कंपनियों के सस्टेनबल अभ्यासों का वार्षिक मूल्यांकन कर रहा है। हर साल, उद्योग-विशिष्ट और वित्तीय सामग्री के मानदंडों पर केंद्रित इकोनॉमी/गवर्नेंस समेत पर्यावरणीय व सोशल आयामों पर दुनिया भर की 7000 से अधिक कंपनियों का मूल्यांकन किया जाता है। डीजेएसआई स्कोरिंग पद्धति विशेष रूप से उच्च ईएसजी प्रभाव वाले उद्योगों जैसे स्टील, खनन आदि के लिए पिछले कुछ वर्षों में धीरे-धीरे सख्त हो गयी है।