किसान आंदोलन : झारखंड के सभी जिला मुख्‍यालयों में 21 दिसंबर को उपवास

झारखंड
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  • 5 जनवरी से 15 जनवरी तक किसान जागरण अभियान

रांची। कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसानआंदोलन के समर्थन में झारखंड में 21 दिसंबर को सभी जिला मुख्यालयों पर उपवास होगा। 5 जनवरी से 15 जनवरी तक किसान जागरण अभियान चलाया जाएगा। यह निर्णय भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के झारखंड राज्य परिषद की बैठक में हुआ। रांची स्थित पार्टी के राज्‍य कार्यालय में हुई बैठक की अध्‍यक्षता वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता सूरज पत सिंह ने की।

बैठक में किसान आंदोलन में शहीद किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित कर 1 मिनट का मौन रखा गया। उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की गई। बैठक में लॉकडाउन से लेकर अब तक के कार्य की रिपोर्ट राज्य के सहायक सचिव महेंद्र पाठक ने पेश की। पार्टी के एजेंडा कार्यक्रमों को रखते हुए पूर्व सांसद सह पार्टी के राज्य सचिव भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने केंद्र सरकार के किसान विरोधी कानून को निरस्त करने की मांग की। दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में राज्य भर में आंदोलन की रूपरेखा तय की गई।

श्री मेहता ने कहा कि‍ 21 दिसंबर को 9 बजे से शाम 5 बजे तक सभी जिलों में पार्टी के सभी अनुषांगिक इकाइयां अपने झंडे बैनर के साथ उपवास करेंगे। केंद्र सरकार से किसान विरोधी कानून को निरस्त करने की मांग करेंगे। 26 दिसंबर को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना दिवस के अवसर पर सभी कार्यकर्ता अपने-अपने घरों में, पार्टी कार्यालयों में झंडा फहराएंगे। त्योहार के रूप में मनाते हुए गोष्ठी सेमिनार वगैरह का आयोजन करेंगे। 5 जनवरी से 15 जनवरी तक राज्य के सभी जिलों में किसान जन जागरण अभियान जत्था निकाला जायेगा। जत्थे के नेतृत्व में गांव-गांव में छोटी बड़ी सभाएं की जाएगी। मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के बारे में किसानों को बताया जाएगा। उन्‍हें गोल बंद कर दिल्ली में चल रहे आंदोलन के समर्थन में आंदोलन को तेज कि‍या जाएगा।

बैठक में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी झारखंड राज्य के सचिव सह पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता, सहायक सचिव महेंद्र पाठक, केडी सिंह, सूरज पत सिंह, अजय कुमार सिंह, आफताब आलम खान, पंचानन महतो, स्वयंवर पासवान, इफ्तिखार महमूद, पशुपति‍ कोल, कनहाई माल पहाड़िया, अर्जुन यादव, लव कुमार, मेहुल मृगेंद्र, उमेश नजीर, कृष्ण कुमार मेहता, कनहाई माल पहाड़िया सहित कई लोग मौजूद थे।