- प्लेसमेंट का रिकार्ड 90 फीसदी, पढ़ाई छोड़ना मुश्किल
रांची। झारखंड में रांची-टाटा रोड पर एक जगह है तमाड़। यहां एक इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट यानी आईटीआई है। क्या इसके बारे में कभी सुना है। देश में तो हजारों आईटीआई है, पर यह कुछ अलग है। इसकी खासियत इसे औरे से अलग करती है। यहां लड़का और लड़की दोनों एक साथ पढ़ते हैं।
पीपीपी मोड़ में चला रहा टाटा
आईटीआई तमाड़ की स्थापना 2012 में झारखंड सरकार और टाटा स्टील के बीच पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड में की गयी थी। इसका संचालन टाटा स्टील फाउंडेशन कर रहा है। यहां इलेक्ट्रिकल, फिटर, टर्नर, वेल्डर और मेसन जैसे पाठ्यक्रमों की पढ़ाई होती है। अब तक 338 युवाओं को नामांकित और प्रशिक्षित किया गया है। पिछले कुछ वर्षों में लड़कियों के नामांकन में भी वृद्धि हुई है।
विद्यार्थियों का प्लांसमेंट विदेश में
टाटा स्टील के हेड (स्कील डेवलपमेंट) कैप्टन अमिताभ बताते है कि झारखंड के साथ-साथ अन्य राज्यों के उद्योगों में यहां के विद्यार्थियों का प्लेसमेंट बढ़ रहा है। यहां के विद्यार्थियों को प्रति वर्ष एक से दो लाख रुपये के बीच प्रारंभिक वेतन मिलता है। पाठ्यक्रम पूरा करने वाले विद्यार्थियों के बीच आईटीआई तमाड़ में प्लेसमेंट रिकॉर्ड 90 प्रतिशत से अधिक है। दर्जनों विद्यार्थियों का प्लांसमेंट विदेश में हो चुका है। कुछ विद्यार्थी अपना खुद का व्यवसाय करते हैं। दूसरों को भी रोजगार देते हैं। यहां से पढ़ने वाली लड़कियों का प्लेसमेंट भी जानी-मानी कंपनियों में हुआ है।
यहां हैं नौकरी के अवसर
प्रिंसिपल विशाल आनंद के मुताबिक विद्यार्थियों को विभिन्न सरकारी संगठनों, निजी सहित विदेशी कंपनियों के साथ टाई-अप कर विद्यार्थियों के नियोजन को सुलभ कराया जाता है। यहां के विद्यार्थियों के सबसे बड़े नियोक्ता निजी क्षेत्र और सरकारी एजेंसियां जैसे रेलवे, दूरसंचार/बीएसएनएल, आईओसीएल, ओएनजीसी, सेल, भेल, राज्यों के लोक निर्माण विभाग जैसी विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयां (पीएसयू) आदि हैं। आकर्षक करियर के अवसरों वाले प्रमुख क्षेत्रों में निर्माण, कृषि, वस्त्र और ऊर्जा शामिल हैं। निजी क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक्स, वेल्डिंग, रेफ्रिजरेशन और एयर-कंडीशनर मेकेनिक्स के विद्यार्थियों की सबसे ज्यादा मांग है।
नामांकन की ये है प्रक्रिया
जोनल हेट (एनटीटीएफ) बीके सिंह के मुताबिक यहां फिटर ट्रेड में 20, इलेक्ट्रिकल में 20, टर्नर में 20 और वेल्डर में 40 सीटें हैं। इसमें 25 फीसदी विद्यार्थियों का चयन सरकार के संयुक्त प्रवेश परीक्षा से होता है। शेष सीटों पर चयन के लिए संस्था की तरफ से परीक्षा ली जाती है। चयन के बाद 10 दिनों का इंटरेक्शन प्रोग्राम होता है। फीस सालाना 20,500 रुपये है। नामांकित विद्यार्थियों के लिए छात्रावास की सुविधा है। इसके लिए सालाना 2,400 रुपये लिया जाता है। कई सुविधाएं दी जाती है। नामांकन के लिए फार्म एक अप्रैल को निकलता है। मैट्रिक के बाद नामांकन होता है।
बीच में पढ़ाई छोड़ना मुश्किल
इस आईटीआई के बारे में कहा जाता है कि यहां नामांकन के लिए बीच में बिना वजह पढ़ाई छोड़ना मुश्किल है। किसी बच्चे के लगातार अनुपस्थित रहने पर यहां की टीम के 50 फीसदी लोग उसके घर पहुंच जाते हैं। हर तरह की परेशानी का पता लगाते हैं। हर संभव उसे दूर करने का प्रयास करते हैं, ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई जारी रहे। बच्चों में क्षमता विकास के लिए तरह-तरह की गतिविधि चलाई जाती है।