
नई दिल्ली। स्पूतनिक वी और स्पुतनिक लाइट वैक्सीन कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से लड़ने में सक्षम है। ये दावा गमलेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने किया है।
गमलेया इंस्टीट्यूट का मानना है कि स्पूतनिक वी और लाइट ओमिक्रॉन को बेअसर कर देगा क्योंकि उसमें अन्य वैक्सीन के मुकाबले वायरस के म्यूटेशन से लड़ने की उच्चतम प्रभावकारिता है। इंस्टीट्यूट की तरफ से कहा गया है कि यदि इसमें किसी संशोधन की जरूरत नहीं हुई तो हम 20 फरवरी, 2022 तक कई सौ मिलियन स्पूतनिक ऑमिक्रॉन बूस्टर प्रदान करेंगे।”
पूरी दुनिया कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर चिंतिंत है और विशेषज्ञों ने साफ किया है कि इस वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों पर वैक्सीन का असर भी कम हो सकता है।
इस वायरस की गंभीरता को लेकर एम्स के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने बताया है कि कोरोना के इस नए वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में 30 से अधिक बदलाव हुए हैं जिससे इसे एक इम्यूनोस्केप तंत्र विकसित करने की क्षमता मिलती है।