रांची। डिजिटल कंटेंट क्रिएशन एंड यूटिलाइजेशन फॉर सेल्फ डेवलपमेंट पर विश्व संवाद केंद्र झारखंड ने 12 दिसंबर को प्रशिक्षण का आयोजन किया। रांची के कोकर स्थित बुद्धा साइंस एंड टेक्निकल इंस्टीट्यूट के सभागार में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन एमिटी यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरियन अस्मिता सोरेन ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि डिजिटल कंटेंट को हम आसानी से कम खर्च में एक जगह से दूसरी जगह भेज सकते हैं। इसका उपयोग कई जगहों पर एक साथ किया जा सकता है। बहुत कम जगह में सुरक्षित तौर पर ज्यादा डिजिटल डाटा को रख सकते हैं।
श्वेता प्रसाद ने कहा कि आज सभी लोगों के हाथ में मोबाइल और इंटरनेट है, जिसके कारण बहुत से विद्यार्थी फिल्म और वीडियो देखकर समय का नुकसान कर रहे हैं। ऐसी सुविधा उपलब्ध होने पर उन्हें डिजिटल कंटेंट बनाने पर ध्यान देना चाहिए। प्रीति कुमारी ने कहा कि आज डिजिटल कंटेंट होने के कारण हम देश और दुनिया से जुड़ी जानकारी को पलक झपकते प्राप्त कर सकते हैं।
सुप्रिया भारती ने कहा कि बचे हुए समय में मोबाइल और इंटरनेट का सही उपयोग कर कोई भी डिजिटल कंटेंट का निर्माण कर सकता है। इंफॉर्मेशन साइंटिस्ट भारत भूषण ने छात्रों को एक्शन डायरेक्टर, फिल्मोरागो, पावर डायरेक्टर, इन सूट, वीडियो शो एवं यूट्यूब के बारे में विस्तृत जानकारी दी। मौके पर पूनम पांडे, चरवा भगत एवं किशोरी उपस्थित थे।