
मध्य प्रदेश। बच्चे के जन्म पर परिवार में खुशी होती है। कई लोग इस खुशी का इजहार अपने-अपने तरीके से करते हैं। कुछ अपने रिश्तेदारों के साथ खुशी बांटते हैं। कुछ लोग पार्टी या समारोह करते हैं। कुछ मंदिरों में जाते हैं। गरीबों को दान देते हैं। अपने हिसाब से अन्य काम भी करते हैं।
कई बार घर में अचानक किन्नर पहुंच जाते हैं। बच्चों को दुआ और आशीर्वाद देते हैं। नेग लेकर जाते हैं। उनके आने से कुछ परिवारों को अच्छा नहीं लगता है। उन्हें अच्छी नजरों से नहीं देखते हैं। इसकी कई वजह हो सकती है।
मध्य प्रदेश के एक परिवार ने बच्चे के जन्म की खुशी में ऐसा काम कर दिया कि उसकी चर्चा हर जगह हो रही है। दरअसल बच्चे के जन्म की खुशी में भोपाल के एक परिवार ने उपेक्षित किन्नर समाज के सम्मान में एक कार्यक्रम आयोजित किया। उन्हें अपने घर पर बुलाया। उनका सम्मान किया। शहर के अलग-अलग इलाकों में रहने वाले 200 किन्नरों को भोज पर आमंत्रित किया।
किन्नरों की पसंद के पकवान बनवाए। किन्नर गुरुओं का शॉल-श्रीफल से सम्मानित किया। उन्होंने कार्यक्रम में ढोलक बजाकर गीत-भजन गाए गए। कार्यक्रम में आए कलाकारों ने कव्वाली की प्रस्तुति दी। गाना-बजाना करके दपंती के सवा महीने के बेटे खुशांक को आशीर्वाद और दुआएं दीं।
शहर के अन्नापूर्णा कॉम्प्लेक्स निवासी दीपक सिंह ठाकुर इस तरह के आयोजन से खुश हैं। उन्होंने कहा कि हम बच्चों के जन्म पर जैसे ब्राह्मण, कन्याओं आदि का भोज होता है, ऐसे ही एक प्रथा शुरू करनी चाहिए। इसमें किन्नर समाज का भोज हो। उनको सम्मान मिले।