नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने एक बार फिर धर्मांतरण के मुद्दे पर बयान देते हुए कहा है कि ‘धर्म परिवर्तन कैसे होता है? हमारी लड़कियां और लड़के दूसरे धर्मों में कैसे जा चले जाते हैं।
ऐसा छोटे-छोटे स्वार्थी कारण से और विवाह के लिए होता है। यह और बात है कि ऐसा करने वाले गलत हैं।’ आगे कहा कि ‘हम अपने बच्चों को तैयार नहीं करते हैं। हमें उन्हें खुद पर और अपने धर्म पर गर्व करना सिखाने की जरूरत है। हमें इसके संस्कार उन्हें घर पर देने होंगे।’ मोहन भागवत ने ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री माग्रेट थैचर का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि एक बार उन्होंने कहा था कि अपने माता-पिता की कैसे सेवा करते हैं, हमें इन परंपराओं के बारे में भारत से सीखना है।
भागवत ने कहा कि हमे हमारे ग्रंथ यह बताते हैं और सीख देते हैं कि हमें अपने धर्म का पालन कैसे करना है। हम लोगों को जात-पात के बंधनों से बाहर निकलकर गरीब लोगों की भी चिंता करने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर हम अपनी समाज शैली में बदलाव लाएं तो भारत विश्व गुरु बन सकता है।