खूंटी। जैसी करनी, वैसी भरनी। हर इंसान को अपनी गलतियों की सजा भुगतनी पड़ती है। यहां भी वहीं हुआ। कर्रा थाना अंतर्गत रोन्हे के मोडमा में पांच युवकों ने आदिवासी नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को आपसी विद्वेष के कारण अंजाम दिया था। घटना में शामिल पांच आरोपितों को पुलिस ने मंगलवार को ही गिरफ्तार कर लिया था, जिनमें दो नाबालिग हैं। यह जानकारी खूंटी के पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने दी।
अपने कार्यालय के सभागार में बुधवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने बताया कि पीड़िता अभियुक्तों से पूर्व परिचित है। गिरफ्तार अभियुक्तों को छोड़कर पीड़िता ने दूसरे युवक के साथ दोस्ती की थी, जिससे नाराज होकर अभियुक्तों ने उसे सबक सिखाने के लिए घटना को अंजाम दिया। एसपी ने बताया कि पकड़े गए पांचों अभियुक्तों ने अपने जुर्म स्वीकार कर लिए हैं। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने मामले का खुलासा करने के लिए तोरपा के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ओमप्रकाश तिवारी के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया था। टीम को कड़ी मशक्कत के बाद मामले में सफलता मिली। इस दौरान दो-सवा दो सौ लोगों से पूछताछ की गई और घटना में उपयोग किए गए वाहन को जब्त करने के लिए सघन अभियान चलाया गया। जांच सत्यापन और तकनीक के आधार पर टीम ने तीन अभियुक्तों अनिल परधिया, आशीष परधिया और अजय धान को गिरफ्तार किया। तीनों अभियुक्त कर्रा थानांतर्गत रोलागुटू साकेटोली के रहने वाले हैं। इसके साथ दो नाबालिग को भी पकड़ा गया है। इनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त स्कूटी संख्या जेएच 01 डीके 3417 और मोटरसाइकिल संख्या जेएच 01 बीएक्स 9901 के अलावा एक विड चिटर जैकेट और छह मोबाइल जब्त किया है। पीड़िता फिलहाल अपने परिजनों के साथ घर में है।
विदित हो कि पांचों अभियुक्तों ने गत 30 नवंबर की रात अपनी सहेली और दोस्तों के साथ पदमपुर मेला गई थी। वहां से वापस अंबाटोली स्थित अपने घर वापस लौटने के दौरान उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया था।