बिहार की और एक बेटी की दहेज दानवों ने जान ले ली। यह शर्मनाक खबर राजधानी पटना से आयी है। पटना की एक बेटी और विवाहिता को तीज के एक दिन पहले ही उसके ससुराल के लोगों ने जिंदा जला दिया, जिसके बाद आज यानी तीज व्रत के दिन उसकी अस्पताल में मौत हो गयी।
मामला जहानाबाद जिले के शेख आलम चक मोहल्ले का है, जहां दहेज को लेकर ससुराल वालों द्वारा एक विवाहिता को जिंदा जला दिया गया। गंभीर रूप से झुलसी विवाहिता को इलाज के लिए राजधानी पटना के अगमकुआं स्थित अपोलो बर्न अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। मृतका की पहचान फतुहा थाना क्षेत्र के सोनारू पटेल नगर निवासी वीरेंद्र कुमार की पुत्री अनामिका रानी के रूप में की गयी है।
मृतका के परिजनों ने पति समेत ससुराल वालों पर दहेज को लेकर अनामिका को जिंदा जलाने का आरोप लगाते हुए पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगायी है, वहीं घटना के बाद से ससुरालवाले फरार बताये जा रहे हैं। बताया जाता है कि पटना से सटे फतुहा के सोनारू पटेल नगर निवासी वीरेंद्र कुमार की पुत्री अनामिका रानी की शादी लगभग 6 वर्ष पूर्व जहानाबाद जिले के शेख आलम चक निवासी शिव शंकर प्रसाद के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही और दहेज की मांग को लेकर ससुराल वालों द्वारा अनामिका को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया और अंत में आग लगा कर उसकी हत्या कर दी गयी।
मृतका के पिता बीरेंद्र कुमार और भाई पंकज कुमार ने बताया कि शादी के बाद से ही ससुराल वालों द्वारा अक्सर पैसों की मांग की जाती थी और दहेज को लेकर अनामिका को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था।