सभी प्रमंडलों से एक-एक एससी, एसटी और अल्‍पसंख्‍यक शिक्षक राज्‍यस्‍तर पर होंगे पुरस्‍कृत

झारखंड शिक्षा
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  • गोड्डा और पाकुड़ से नहीं आया आवेदन, लोहरदगा एवं जामताड़ा के सभी आवेदन अपूर्ण

रांची। एक-एक एससी, एसटी और अल्‍पसंख्‍यक के साथ सभी प्रमंडल से एक-एक शिक्षक को राज्यस्तर पर पुरस्कृत किया जाए। यह निर्णय राज्य स्तरीय चयन समिति की बैठक में लिया गया। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता सचिव राजेश शर्मा की अध्यक्षता में 02 सितंबर को समिति की बैठक हुई। इसमें राज्यस्तरीय शिक्षक पुरस्कार के लिए प्रारंभिक एवं माध्यमिक शिक्षकों के चयन पर चर्चा की गई।

सभी जिलों से तीन शिक्षक का चयन

प्राथमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा निर्गत दिशानिर्देश के आलोक में राज्य के सभी जिलों से प्रारंभिक से तीन उत्कृष्ट शिक्षक का चयन होना है। माध्यमिक और उच्च माध्यमिक से भी तीन शिक्षकों का चयन किया जाना है। जिला स्तर पर चयन के लिए उपायुक्त की अध्यक्षता में समिति का गठन कर प्राप्त आवेदनों को अनुशंसा के साथ राज्य स्तर पर भेजा गया है।

दो जिलों से नहीं मिला कोई आवेदन

बैठक में समिति को जानकारी दी गई कि गोड्डा और पाकुड़ जिला को कोई भी आवेदन नहीं मिला है। लोहरदगा से प्राप्त प्रस्ताव अपूर्ण है। जामताड़ा से प्राप्त सभी आवेदन को अपूर्ण मानते हुए जिला चयन समिति द्वारा अधिकृत किया गया। शेष बीस जिलों से प्राप्त प्रस्ताव पर चर्चा कर बैठक में निर्णय लिया गया कि एक एससी, एक एसटी और एक अल्‍पसंख्‍यक के साथ सभी प्रमंडल से एक-एक शिक्षक को राज्यस्तर पर पुरस्कृत किया जाए। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने इसका समर्थन किया।

मेहनती शिक्षकों को तरजीह मिले

संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र चौबे और मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा कि शिक्षक पुरस्कार देते समय कार्यस्थल की परिस्थितियों को मार्किंग में जगह मिलनी चाहिए। पुरस्कार के दौरान दी जाने वाली राशि को प्राप्त करने की विधि सरल की जानी चाहिए, ताकि कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़े। इसके अलावा जिला एवं प्रखंड स्तर पर पुरस्कार का चयन करते समय पदाधिकारियों के इर्द-गिर्द रहने वाले शिक्षकों के बजाए मेहनत करने वाले शिक्षकों को तरजीह दी जाए। मापदंड तैयार करते समय मार्किंग आधारित चयन की जाए। पुरस्कृत शिक्षकों का उपयोग शिक्षा विभाग को अन्य शिक्षकों को प्रेरित करने के लिए करना चाहिए। इसके लिए एक ठोस नीति और रोडमैप तैयार किया जाए।

पुरस्‍कृत शिक्षकों को मिले सेवा ‍विस्‍तार

संघ ने कहा कि पूर्व में यह व्यवस्था थी कि राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों को 2 वर्ष का सेवा विस्तार दिया जाता था। इसे पुनः बहाल करते हुए यह व्यवस्था राज्यस्तर पर पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों के लिए भी की जानी चाहिए, जिससे शिक्षकों का मनोबल ऊंचा रहे।

शिक्षा विभाग परिसर का उत्‍थान हो

संघ ने यह प्रस्ताव भी दिया कि राजधानी रांची के कचहरी स्थित शिक्षा विभाग परिसर का उत्थान करते हुए परिसर में प्राथमिक माध्यमिक एवं शिक्षा परियोजना के कार्यालय का निर्माण किया जाए, ताकि विभाग में बेहतर तालमेल से कार्य हो सके। शिक्षा विभाग परिसर वर्तमान में खंडहर में तब्दील हो चुका है। कई एकड़ जमीन में अवैध कब्जा और अनैतिक कार्य का अड्डा बन चुका है

बैठक में ये भी थे मौजूद

बैठक में निदेशक माध्यमिक शिक्षा, निदेशक प्राथमिक शिक्षा, राज्य परियोजना निदेशक, जेपीसी सह निदेशक जेसीईआरटी, अध्यक्ष झारखंड अधिविध परिषद, रांची उप शिक्षा निदेशक, प्राथमिक शिक्षा माध्यमिक शिक्षक संघ के गंगा यादव और अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र चौबे और मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद मुख्य रूप से शामिल थे।