कोरोना से बाधित हुई बच्चों की पढ़ाई की भरपाई के लिए कई उपयोगी कदम उठाये जा रहे हैं। इसी कड़ी में नीतीश सरकार का शिक्षा विभाग एक बार फिर से अपने आदेश को लेकर सुर्खियों में है।
सरकार ने बच्चों का हाल जानने के लिए अब शिक्षकों को बच्चों के घर भेजने का फैसला लिया है। दरअसल, कोरोना की वजह से लंबे समय बाद खुले सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग फिर से नया प्रयोग करने जा रहा है।
शिक्षा विभाग ने अब सभी डीईओ और डीपीओ को आदेश दिया है कि राज्य के सरकारी स्कूलों में वैसे बच्चे जो लगातार स्कूल से 7 दिन से गायब हैं, उनके घर अब गुरुजी यानी टीचर्स को जाना होगा। यहां बता दें कि विद्यालय में बच्चों की नियमित उपस्थिति और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए विभाग ने सबकी जिम्मेवारी तय कर दी है।