
- विपक्षी दलों को भी सुनाई खरी-खोटी
नई दिल्ली। किसान आंदोलन को लेकर अरविंद केजरीवाल सहित विपक्ष पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने निशाना साधना। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल की सरकार ने 23 नवंबर, 2020 को नए कानून (कृषि कानून) को नोटिफाई करके दिल्ली में लागू कर दिया है। इधर विरोध कर रहे हैं और उधर गजट निकाल रहे हैं। इससे संबंधित गजट नोटिफिकेशन भी उन्होंने दिखाए।
श्री प्रसाद ने कहा कि किसान आंदोलन के नेताओं ने साफ-साफ कहा है कि राजनीतिक लोग हमारे मंच पर नहीं आएं। हम उनकी इन भावनाओं का सम्मान करते हैं। इसके बाद भी ये सभी कूद रहे हैं, क्योंकि इन्हें भाजपा और नरेंद्र मोदी का विरोध करने का एक और मौका मिल रहा है।
आज हम विपक्षी दलों, विशेषकर कांग्रेस, NCP और उनके सहयोगी दलों के शर्मनाक दोहरे चरित्र को देश के सामने बताने आए हैं। आज जब इनका राजनीतिक वजूद खत्म हो रहा है, तब अपना वजूद बचाने के लिए ये किसी भी विरोधी आंदोलन में शामिल हो जाते हैं।
उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सुबह अपनी पूरी कैबिनेट सहित दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे। वहां दिल्ली सरकार द्वारा किसानों के लिए किए गए इंतजामों का जायजा लिया। हालांकि वे मुख्य मंच तक नहीं जा पाए। इसकी वजह है किसानों का राजनेताओं से दूर रहना। किसान नहीं चाहते कि उनके इस आंदोलन को किसी नेता या पार्टी से जोड़ा जाए।
श्री केजरीवाल ने यहां पहुंचकर कहा कि हम शुरू से किसान आंदोलन के साथ खड़े हैं। किसानों की मांग से मैं सहमत हूं। मुझे लगता है उनकी सभी मांग जायज है। सरकार को उनकी बात माननी चाहिए। उन्होंंने कल के भारत बंद का भी समर्थन किया।