पटना। बिहार में सियासी उठा पटक थमने का नाम नहीं ले रहा है। जोड़-तोड़ की राजनीति चरम पर है। हर कोई अपने को और अपनी पार्टी को बड़ा दिखाने का प्रयास में जुटा है।
बिहार में एक तरफ जहां रामविलास पासवान की जयंती पर चिराग और पशुपति अपना शक्ति प्रदर्शन करने वाले हैं, तो वहीं दूसरी ओर आरजेडी अपने स्थापना दिवस पर लोगों को एक बार फिर से ये बताना चाह रहा है कि राजद ही बिहार की सबसे बड़ी पार्टी है। राजद के 25 वें स्थापना दिवस के मौके पर आज प्रदेश कार्यालय के पास पारस खेमे की तरफ से पोस्टर और बैनर लगाये गये थे, जिसे आरजेडी ने हटा दिया है।
राजद के लोगों ने प्रदेश कार्यालय के बाहर लगे पारस के पोस्टर को हटा कर ये साफ कर दिया कि उन्हें पारस खेमे से कोई मतलब नहीं है।
ऐसे में इस बात को लेकर कई राजनीतिकार का कहना है कि राजद अपना समर्थन चिराग को दे रही है। पारस खेमे से राजद को कोई लगाव नहीं है। चिराग को अपना बड़ा भाई मानने वाले तेजस्वी कहीं ना कहीं उनके ही समर्थन में हैं। तेजस्वी ने खुलकर ये बयान भी दिया था कि चिराग जब चाहें हमारे साथ आ सकते हैं।
हांलाकि अभी तक चिराग ने इस पर कोई विचार नहीं किया है और उनकी नजर आज सिर्फ और सिर्फ अपनी ‘आशीर्वाद यात्रा’ पर है।