नई दिल्ली। देश में अब चार वैक्सीन हो गये हैं कोवैक्सीन, कोविशील्ड, स्पूतनिक और मॉडर्ना, जल्दी ही हम फाइजर के साथ भी डील कर लेंगे। उक्त बातें नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित वैक्सीन मॉडर्ना को इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति प्रदान कर दी गयी है।
उन्होंने कहा कि अभी देश में जिन चार कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिली है वे सभी स्तनपान कराने वाली माताओं के सुरक्षित हैं। वैक्सीन का बांझपन से कोई संबंध नहीं है। डॉ पाल ने कहा कि वैक्सीन गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित है, उनके वैक्सीनेशन को लेकर सरकार जल्दी ही गाइडलाइन जारी करेगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी गयी देश में अभी डेल्टा प्लस वैरिएंट के कुल 51 मरीज हैं। कोरोना के खिलाफ जंग में देश में तेजी से वैक्सीनेशन किया जा रहा है। आज की तारीख में भारत वैक्सीनेशन करने वाले देश की सूची में नंबर वन बन गया है। अबतक देश में 32 करोड़ से अधिक वैक्सीनेशन हो चुका है।
देश में 27.27 लोगों को कोरोना वैक्सीन का पहला डोज दिया गया है जबकि 5.84 लोग वैक्सीन का दोनों डोज ले चुके हैं। देश में कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है और आज के समय में रिकवरी रेट 96.9 प्रतिशत हो गया है।