रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय रांची में कृषक चौपाल का आयोजन 22 जून को किया गया। मुख्य संरक्षक कुलपति डॉ ओएन सिंह ने कहा कि इस कोविड महामारी के दरम्यान कृषि की नवीनतम तकनीक को किसानों के बीच पहुंचने में ऑनलाइन कार्यक्रम बेहतर विकल्प है। इसे आगे भी दोहराया जा सकता है।
कृषि अधिष्ठाता डॉ एमएस यादव ने इसे बच्चों के लिए भी लाभदायक बताया। कार्यक्रम के संचालक उद्यान महाविद्यालय चाईबासा के सहायक प्राध्यापक डॉ अमित कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम में डॉ वीबी पटेल (प्रधान वैज्ञानिक, आईएआरआई, नई दिल्ली), डॉ एसके सिंह (सह निदेशक अनुसंधान, डॉ राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्विद्यालय) और डॉ मोहम्मद अंसार (सहायक प्राध्यापक सह कनीय वैज्ञानिक) ने किसानों को नवीनतम जानकारी दी।
डॉ वीबी पटेल ने सघन बागवानी लगाने पर बल दिया। डॉ एसके सिंह ने पपीते में रेड लेडी की किस्मों को उपयोग में लाने को कहा। उन्होंने कहा कि इसमें रोग लगने की बहुत कम समस्या है। डॉ अंसार ने कहा कि विषाणु जनित रोगों की रोकथाम के लिए मेढ़ पर मक्के को लगाना लाभकारी है।
कार्यक्रम में डॉ संयत मिश्रा, डॉ श्वेता सिंह, डॉ अपुरबा पाल, डॉ अरकेन्दु घोष, डॉ अदिति गुहा चौधरी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े थे। कार्यक्रम में झारखंड के किसान वीडियो कांफ्रेंस के जरिये जुड़े थे।