न्यूयॉर्क। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अमेरिका में भारतीय प्रवासियों के बीच सबसे लोकप्रिय भारतीय राजनीतिक पार्टी है। एक अध्ययन में इसका खुलासा हुआ है। इनमें से अधिकतर लोगों ने सरकार की नीतियों की आलोचनाएं भी कीं, लेकिन उसके प्रति अपना मजबूत समर्थन भी दिखाया। सर्वेक्षण में शामिल 32 फीसदी भारतीय-अमेरिकियों ने भाजपा का नाम लिया, जबकि महज 12 फीसदी लोग कांग्रेस पार्टी के साथ खड़े नजर आए। सर्वे में शामिल 40 फीसदी लोगों का कहना था कि वे खुद को किसी भी भारतीय राजनीतिक पार्टी के करीब नहीं पाते हैं।
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया के सहयोग से कानेर्गी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस द्वारा प्रकाशित 2020 इंडियन -अमेरिकन एटिट्यूड सर्वे (आईएएएस) के अनुसार, कुल मिलाकर यदि कांग्रेस और अन्य छोटी पार्टियों के समर्थकों को आपस में जोड़ा जाए, तो भाजपा के अलावा किसी पार्टी के करीब पाए जाने वालों की संख्या 28 फीसदी ही रही। यूगव द्वारा पिछले साल के सितंबर में 1,200 भारतीय-अमेरिकियों में इस सर्वेक्षण को अंजाम दिया गया था, जिनमें से कुछ यहां के नागरिक थे और कुछ नहीं। इस सर्वेक्षण के आधार पर प्राप्त नतीजों का विशेषज्ञों के एक समूह द्वारा विश्लेषण किया गया और बुधवार को इसे प्रकाशित किया गया। अध्ययन में कहा गया कि अमेरिकी जनगणना समुदाय सर्वेक्षण के अनुसार भारतीय-अमेरिकियों की संख्या 42 लाख है।
अध्ययन में यह भी कहा गया, उनमें से 26 लाख अमेरिकी नागरिक हैं। 12 लाख अमेरिका में पैदा हुए हैं, 14 लाख लोगों ने आप्रवासन के बाद नागरिकता ली है और उनमें से 42 प्रतिशत के पास भारत की विदेशी नागरिकता भी है। अध्ययन में कहा गया है कि तीन-चौथाई से अधिक भारतीय -अमेरिकी अपनी भारतीयता को बहुत महत्व देते हैं। पचहत्तर प्रतिशत भारतीय-अमेरिकियों ने कहा कि वे भारत के समर्थक हैं, लेकिन भारत सरकार के प्रति उनके ²ष्टिकोण में भिन्नताएं पाई गईं। जबकि 58 प्रतिशत ने कुछ हद तक सरकार की आलोचनाएं भी कीं। इस दौरान केवल 17 फीसदी लोगों ने खुद को सरकार का समर्थक बताया, जबकि 35 फीसदी लोगों ने सरकार की कुछ नीतियों की आलोचनाएं कीं और 23 फीसदी लोगों ने सरकार की अधिकतर नीतियों की आलोचनाएं कीं। सर्वेक्षण के अनुसार, 49 प्रतिशत भारतीय-अमेरिकियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रदर्शन को बेहतर माना। 35 प्रतिशत लोग मजबूती से उनके समर्थन में नजर आए, लेकिन 31 फीसदी लोगों ने उनके काम को अस्वीकार किया और 22 फीसदी लोग उनके बिल्कुल असहमत नजर आए। सर्वेक्षण में इस बात का मूल्यांकन किया गया कि कितनी गर्मजोशी से प्रतिभागियों ने भारतीय राजनीतिक दलों और नेताओं को अंक दिया। नतीजे में सामने आया कि मोदी को 58, भाजपा को 57, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को 46 और कांग्रेस पार्टी को 44 और राहुल गांधी को सबसे कम 38 अंक मिले।