रांची। झारखंड के स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को गर्मी छुट्टी के लिए टास्क दिया गया है। इससे शिक्षकों में नाराजगी देखी जा रही है। उन्होंने इसका विरोध शुरू कर दिया है। दरअसल, झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ने गर्मी छुट्टी में ऑनलाइन क्लास लेने का निर्देश दिया है। इस संबंध में परिषद के राज्य परियोजना निदेशक डॉ शैलेश कुमार चौरसिया ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, सभी जिला शिक्षा अधीक्षक सह अपर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को निर्देश दिया है।
डॉ चौरसिया ने पत्र में कहा है कि कोरोना महामारी के प्रभाव में विद्यालय बंद है। इसके कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 में परिषद द्वारा ‘झारखंड DigiSATH’ के तहत कक्षावार निर्धारित संक्षिप्त पाठ्यक्रम के कैलेंडर के अनुसार डिजिटल शैक्षिक सामग्री उपलब्ध कराया गया। विद्यार्थियों का सतत पढ़ाने का प्रयास किया गया। हालांकि शिक्षक एवं विद्यार्थियों के बीच अंतःक्रिया नहीं होने के कारण यह प्रतीत होता है कि अधिकांश विद्यार्थियों में पढ़ाई की क्षति (Learning Loss) हुई है। इस क्षति का आकलन करने के लिए DigiSATH 2021-22 के तहत निर्धारित लर्निंग प्रतिफलों के आधार पर विद्यार्थियों का आधाररेखीय आकलन किया जा रहा है।
परियोजना निदेशक ने कहा है कि DigiSATH 2021-22 के तहत 3 मई, 2021 से WhatsApp समूहों और DigiSchool App के माध्यम से डिजिटल शैक्षिक सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। विभागीय सचिव द्वारा वर्तमान सत्र में शिक्षकों द्वारा कक्षावार ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने का निर्देश दिया गया है। 17 मई, 21 से DigiSATH के तहत कक्षावार निर्धारित पाठ्यक्रम एवं साप्ताहिक अधिगम-योजना के अनुरूप डिजिटल शैक्षिक सामग्री उपलब्ध कराई जायेगी। इसी आधार पर विद्यालयों में शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन कक्षाओं के लिए समय-सारणी तैयार कर ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया जाएगा।
डॉ चौरसिया ने उक्त आलोक में विद्यार्थियों की लगातार पढ़ाई सुनिश्चित करने और संभावित अधिगम क्षति (Learning Loss) को कम करने के लिए निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि अपने जिले के शिक्षकों को शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए निर्धारित गर्मी की छुट्टी की अवधि में भी DigiSATH द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे डिजिटल शैक्षिक सामग्री एवं सामाहिक अधिगम योजना के अनुसार ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन करना है। वे इसका नियमित अनुश्रवण करेंगे। परियोजना के इस आदेश से शिक्षकों में नाराजगी है।
वे इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि गर्मी छुट्टी के कारण ही उनका 18 ईएल काटा जाता है। इस दौरान भी उन्हें टास्क दिया जा रहा है। पढ़ाई के अलावा भी उन्हें कोविड से संबंधित विभिन्न कार्यों में लगाया गया है। अब गर्मी की छुट्टी में भी उन्हें टास्क दिया जा रहा है। यह अनुचित है।