रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में विगत चार दिनों से चल रहे कोविड-19 टीकाकरण अभियान कार्यक्रम का समापन शनिवार को हुआ। इन चार दिनों में विश्वविद्यालय के 45 वर्ष से अधिक उम्र के 364 लोगों ने टीकाकरण कराया। पहले दिन 148, दूसरे दिन 138, तीसरे दिन 48 और चौथे दिन 30 लोगों का टीकाकरण किया गया। इसे रांची सिविल सर्जन कार्यालय के चिकित्सा दल द्वारा निःशुल्क प्रदान किया गया। इनमें डॉ शंकर रंजन व डॉ करीम साबरी के साथ सहयोगी के रूप में तबरेज अहमद, सरफराज, मनीषा तिग्गा, सुभाष कुमारी, विजेंद्र कुमार, नन्द किशोर केरकेट्टा, सुषमा मिंज एवं सोनी प्रसाद की प्रमुख भूमिका रहे।
यह अभियान कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह के निर्देश पर विश्वविद्यालय के कृषि संकाय में चलाया गया। उन्होंने प्रत्येक दिन टीकाकरण स्थल का भ्रमण कर निरीक्षण किया। अभियान से जुड़े लोगों को जरूरी निर्देश दिये। कुलपति ने इस अभियान में शामिल रांची सिविल सर्जन कार्यालय के चिकित्सकों एवं दल के सहयोगी के साथ डीन एग्रीकल्चर एवं विवि मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी का आभार जताया है। उन्होंने सभी विविकर्मियों को कोविड-19 के मद्देनजर सभी एहतियात एवं निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है।
कार्यक्रम के संचालन में डीन एग्रीकल्चर डॉ एमएस यादव द्वारा सभी सुविधा एवं सहयोग प्रदान किया गया। जिसे विवि मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ यूएस वर्मा की देखरेख एवं मार्गदर्शन में चलाया गया।
कोवीशील्ड वैक्सिन लेने वालों में विश्वविद्यालय के पदाधिकारी, शिक्षक, वैज्ञानिक, कर्मचारी, पेंशनर्स एवं आकस्मिक कर्मी के साथ परिवार के लोग भी शामिल थे। जरूरत पड़ने पर विश्वविद्यालय के 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए पुनः यह अभियान चलाया जायेगा। पहला टीका लेने वाले लोगों को दूसरा टीका लगाने की व्यवस्था की जाएगी। यह अभियान विवि के कृषि संकाय स्थित आरएसी ऑडिटोरियम में होगा।
टीकाकरण के बाद मात्र दो लोगों को थोड़ी परेशानी हुई। विवि के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ यूएस वर्मा ने बताया कि टीका लिए एक व्यक्ति ने पैर में खिंचाव और दूसरे व्यक्ति ने बेचैनी व गर्मी की शिकायत की। उसे ईलाज से दूर कर लिया गया। अनेक लोग भय वश, शुगर एवं रक्तचाप की वजह से टीकाकरण में शामिल नहीं हो रहे थे। इन लोगों का डॉ वर्मा ने चिकित्सीय जांच एवं उनके देखरेख में सफल टीकाकरण कराया।
कार्यक्रम के अंतिम दिन इस अभियान शिविर का निदेशक प्रशासन राकेश रौशन ने समीक्षा की। सफल अभियान के लिए चिकित्सक दल का उत्साह बढ़ाया। उन्हें बधाई दी। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए विवि कर्मियों को सजग एवं जागरूक रहने की बात कही।