विवेक चौबे
गढ़वा। जिले के कांडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बहेरा गांव के ग्रामीण पिछले दस दिनों से पीने के पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं। एकलौता चापाकल टूटा पड़ा है। उसी चापाकल से आसपास के लगभग दो दर्जन घरों के लोग पानी पीते थे। जब से चापाकल टूटा है, तब से सभी परिवारों के सामने पीने के पानी की समस्या खड़ा हो गयी है।
ग्रामीण मोहन बैठा, प्रभा देवी, उमेश रजक, मुकेश रजक, सुमन कुमारी, सरोज देवी, राघो राम, रोहित, मोहित, शीला देवी, बाची कुंवर, पूनम, राजू कुमार, बिरेंद्र, अभिजीत, प्रियांशु कुमारी, उदन राम सहित अन्य ने बताया कि इस तपती गर्मी में हम आधा किलोमीटर दूर से पीने का पानी ढोने के लिए मजबूर हैं। मवेशी को पानी पिलाने के लिए दूसरे के कुआं से पंप लगाकर डिलिवरी पाईप से पानी लाना पड़ रहा है। पानी को लेकर बहुत मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि चापाकल ठीक कराने की गुहार पंचायत मुखिया योगेंद्र राम लगा चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस मद में फिलहाल कोई फंड नहीं है। समाजसेवी से भी चापाकल ठीक कराने की गुहार लगा चुके हैं। कहीं से भी कोई ठोस जवाब नहीं मिला।