रांची। अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (आइआरआरआई) की मॉनिटरिंग टीम ने बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के चावल अनुसंधान संबंधी प्रायोगिक प्रक्षेत्र का भ्रमण किया। शोध कार्यों की प्रगति पर ख़ुशी प्रकट की।
टीम में आइआरआरआई (मनीला, फिलीपीन्स) डॉ सलभ दीक्षित और संस्थान के दक्षिण एशिया हब (हैदराबाद) के वैज्ञानिक डॉ प्रणब पॉल शामिल थे। उन्होंने झारखंड की ऊपरी भूमि में सीधी बुआई वाली परिस्थितियों के लिए उपयुक्त डीईएमएस- आर स्टेज 1 और स्टेज 2 के तहत लगाई गयी चावल की 228 प्रविष्टियों का अनुश्रवण किया। खड़ी फसल की स्थिति पर संतोष व्यक्त किया।
टीम ने शोध कार्य में बेहतरी के लिए बीएयू के वैज्ञानिकों को आवश्यक सुझाव भी दिए। अगले साल इनमें से बेहतर प्रदर्शन करनेवाली 50 प्रविष्टियों पर शोध किया जाएगा, जबकि तीसरे वर्ष में केवल 5 सर्वोत्तम प्रविष्टियां लगाई जायेंगी।
बीएयू में धान अनुसंधान परियोजना के प्रभारी वैज्ञानिक डॉ एखलाक अहमद ने टीम को शोध कार्य के तकनीकी पक्ष की जानकारी दी। इस अवसर पर धान अनुसंधान के जुड़े़ वैज्ञानिक डॉ मनोज कुमार बर्णवाल, डॉ अशोक कुमार सिंह और डॉ बिनय कुमार भी उपस्थित थे।
खबरें और भी हैं। इसे आप अपने न्यूज वेब पोर्टल dainikbharat24.com पर सीधे भी जाकर पढ़ सकते हैं। नोटिफिकेशन को अलाउ कर खबरों से अपडेट रह सकते हैं। साथ ही, सुविधा के मुताबिक अन्य खबरें भी पढ़ सकते हैं।
आप अपने न्यूज वेब पोर्टल से फेसबुक, इंस्टाग्राम, X, स्वदेशी एप arattai सहित अन्य सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं। खबरें पढ़ सकते हैं। सीधे गूगल हिन्दी न्यूज पर जाकर खबरें पढ़ सकते हैं। अपने सुझाव या खबरें हमें dainikbharat24@gmail.com पर भेजें।
स्वदेशी एप पर इससे जुड़ें
https://chat.arattai.in/groups/t43545f313238383036363337343930333731343936395f32303030323937303330392d47437c3031303131353032363138323137353934323036313934393230
हमसे इस लिंक से जुड़ें
https://chat.whatsapp.com/H5n5EBsvk6S4fpctWHfcLK


