रांची। झारखंड की राजधानी रांची में हुए मॉब लिचिंग मामले में दारोगा सहित तीन पुलिककर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। केस का आईओ दूसरे थाना के इंस्पेक्टर को बनाया गया है। युवक की मां ने 40 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई।
रांची के कोतवाली थाना क्षेत्र के अपर बाजार में ट्रक चोरी के शक में 22 साल के सचिन कुमार वर्मा नामक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर देने का मामला प्रकाश में आया था। इस मामले में वरीय पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार झा ने लापरवाही बरतने के आरोप में दरोगा समेत तीन पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया है।
एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए कोतवाली थाना के दारोगा वैभव सिंह, जमादार विजय शंकर सिंह और जमादार विश्राम तिग्गा को निलंबित कर दिया। मामले की निष्पक्ष जांच के लिए केस का आईओ दूसरा थाना के इंस्पेक्टर को बनाया है। इस मामले में सचिन की मां के बयान पर 40 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसपर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
सचिव थाना क्षेत्र के अपर बाजार इलाके में मोटिया मजदूर का काम करता था। वह नवाटोली भुताहा तालाब के पास का रहने वाला था। अपर बाजार से रविवार को एक 407 ट्रक की चोरी हुई थी। इसके बाद उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इतना ही नहीं उसके पूरे शरीर में गर्म लोहे के रॉड से दागने का भी निशान है।
सचिन की मौत के बाद सोमवार को दर्जनों की संख्या में उसके परिजन कोतवाली थाना पहुंचकर हंगामा करने लगे थे। परिजनों के दबाव में पुलिस मारपीट में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार की। मामले की जांच जारी है।