आईआईसीएम में गोल्डन जुबली व्याख्यानमाला का आयोजन

झारखंड
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  • देवदत्त पट्टनायक ने आधुनिक विश्व में मिथकों की प्रासंगिकता पर रखें विचार

रांची। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कोल मैनेजमेंट (आईआईसीएम) ने कोल इंडिया की स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में गोल्डन जुबली व्याख्यानमाला के अंतर्गत एक विशेष सत्र का आयोजन 28 अप्रैल को किया। इस व्याख्यान का विषय “आधुनिक विश्व में मिथकों की प्रासंगिकता” था। इसे प्रख्यात मिथकशास्त्री, लेखक और लीडरशिप सलाहकार देवदत्त पट्टनायक ने संबोधित किया।

श्री पट्टनायक ने प्राचीन कथाओं की कालातीत ज्ञान को आधुनिक नेतृत्व, प्रबंधन और व्यक्तिगत विकास से प्रभावशाली ढंग से जोड़ा। उनकी रोचक कहानी शैली और विचारोत्तेजक संबोधन ने सभी उपस्थित जनों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वर्तमान तेजी से बदलती दुनिया में मिथकों की महत्ता पर गंभीर चिंतन के लिए प्रेरित किया।

मुख्य अतिथि देवदत्त पट्टनायक, सीसीएल के निदेशक (वित्त) पवन कुमार मिश्रा, निदेशक (मानव संसाधन) हर्ष नाथ मिश्र, मुख्य सतर्कता अधिकारी पंकज कुमार, आईआईसीएम की कार्यपालक निदेशक श्रीमती कामाक्षी रमन ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

इस कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट सीसीएल के संगम कन्वेंशन हॉल में किया गया। इसमें बढ़ी संख्या में अधिकारी एवं कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के अंत में प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने विभिन्न विषयों पर प्रश्न किए। श्री पट्टनायक ने उनके उत्तर दि‍ए।

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