किशोरावस्था स्वर्णिम काल, इसका सदुपयोग करें बच्चे : एसडीओ

झारखंड
Spread the love

विश्वजीत कुमार रंजन

गढ़वा। अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने अपने सभा कक्ष में सरकारी विद्यालय के कक्षा छठवीं से आठवीं के बीच के छात्राओं से शनिवार को संवाद किया। इस दौरान उन्होंने नैतिक शिक्षा और व्यक्तित्व विकास से जुड़े विभिन्न विषयों के संदर्भ में बच्चों के बीच अपनी बात रखी। उनकी रुचि के विषयों एवं सामान्य ज्ञान को लेकर प्रश्नोत्तरी के माध्यम से उनके मानसिक स्तर को जानने का प्रयास किया। सही और त्वरित जवाब देने वाले लगभग 20 से अधिक बच्चों को एसडीओ ने मौके पर पुरस्कृत भी किया।

सोशल मीडिया से दूरी बनाएं

एसडीओ ने बच्चों से कहा कि वे जिस आयु से गुजर रहे हैं, वह जीवन में सर्वाधिक महत्वपूर्ण समय काल है। इस कीमती समय का सदुपयोग कर अपने व्यक्तित्व को एक नई दिशा दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि किशोरावस्था ही वह उम्र है जहां से बच्चे गलत या सही राह पर कदम रखते हैं। उन्होंने कहा कि सभी छात्र-छात्राएं अपने को बुरी संगत से दूर रखें। सोशल मीडिया का यथा संभव परहेज करें, अच्छी आदतें डालें।

ईमानदार व्यक्ति को आदर्श बनाएं

उन्होंने कहा कि सभी बच्चे अपने इर्द-गिर्द मौजूद किसी ईमानदार और सफल व्यक्ति को अपना आदर्श मान सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें प्रेरणा मिलेगी। इस दौरान एसडीओ ने छात्रों के मानसिक विकास से जुड़े हुए भी कुछ प्रश्न किये। बच्चों की महत्वाकांक्षाओं को भी जानने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि वे बुरे रास्ते पर चलकर या शॉर्टकट अपनाकर चकाचौंध वाली जिंदगी जीने वाले लोगों की जीवन शैली से कभी प्रभावित नहीं हो।

बच्चे बैगलैस डे के अवसर पर

उत्क्रमित मध्य विद्यालय मेराल से बच्चे बैगलैस डे के अवसर पर गढ़वा शहर विजिट के क्रम में अनुमंडल कार्यालय में उपस्थित हुए थे। उल्लेखनीय है कि नई शिक्षा नीति के तहत व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बच्चों को एक्सपोज़र विजिट पर ले जाया जाता है। इस दौरान विद्यालय के प्रधानाचार्य गंगेश पांडे एवं अन्य शिक्षक भी मौजूद थे। एसडीओ ने सभी शिक्षकों को भी विभिन्न सुझाव एवं निर्देश दिए।