जामताड़ा। झालसा, रांची के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार (जामताड़ा) के अध्यक्ष सह प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश और सचिव के मार्गदर्शन पर नाला प्रखंड अंतर्गत महुलबना पंचायत के विभिन्न गांवों में विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर पीएलवी अमित कुमार सिंह ने विधिक जागरुकता शिविर आयोजित किया। इस दौरान उपस्थित ग्रामीणजनों को बच्चों से बाल श्रम नहीं कराने और रोकथाम कर शिक्षा के क्षेत्र में जोड़ने के लिए प्रेरित किया गया।
पीएलवी ने कहा कि बाल श्रम न केवल बच्चों को उसके अधिकारों से वंचित रखता है, बल्कि उसके स्वास्थ्य पर भी असर डालता है। उनका कोमल शरीर श्रम एवं श्रम से जुड़े दुष्प्रभावों से शारीरिक दृष्टि से कमजोरी, अस्वस्थ, कुपोषित यहां तक कि मृत्यु तक हो जाती है। मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ता है। फिर भटक कर आपराधिक प्रवृति नशा करने के आदी हो जाते हैं। इसलिए बाल श्रम जैसी कुप्रथा को रोकना होगा। बाल श्रम से बच्चों को मुक्त कर शिक्षा से जोड़ना होगा।
पीएलवी ने बताया कि बाल श्रम एक दंडनीय अपराध है। इसमें कठोर सजा का प्रवधान है। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा मिलने वाली निःशुल्क विधिक सहायता, सड़क दुघर्टना दावा वाद, नशा से होने वाले दुष्प्रभाव व परिणाम एवं नशा उन्मूलन, आदि विषयों पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
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