कोलकाता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल में उल्टी गंगा बह रही है। प्रदेश के पूर्व मेदिनीपुर के भूपतिनगर में एक विस्फोट मामले की जांच के दौरान एनआईए टीम पर हमले के एक दिन बाद पुलिस ने एनआईए टीम पर ही एफआईआर दर्ज की है।
बताते चलें कि, पुलिस ने एक महिला की शिकायत पर एनआईए टीम और सीआरपीएफ अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनआईए अधिकारियों ने देर रात उनके घर के दरवाजे तोड़कर उनके साथ छेड़छाड़ की। भूपतिनगर में कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस बीच एनआईए ने भी हमलावरों के खिलाफ भूपतिनगर थाने में मामला दर्ज कर लिया है। एसपी सौम्यदीप भट्टाचार्य ने कहा कि एनआईए की एक टीम भूपतिनगर पुलिस स्टेशन पहुंची थी और हमने उनके साथ पूरा सहयोग किया। इससे पहले, एनआईए की एक और टीम आई थी और उनके साथ कुछ बहस की खबरें थीं।
घटना के दौरान, पहले एक वाहन में तोड़फोड़ की गई थी। घटना के दौरान एक व्यक्ति के घायल होने की भी सूचना है। मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और गिरफ्तारी के प्रयास जारी है। इससे पहले शनिवार को पूर्व मेदिनीपुर जिले में एक विस्फोट मामले के सिलसिले में जांच के दौरान एनआईए के कुछ अधिकारियों के साथ कथित तौर पर धक्का-मुक्की की गई थी।
जांच एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, विस्फोट मामले की चल रही जांच के सिलसिले में पूर्व मेदिनीपुर का दौरा करने वाली एनआईए टीम पर शनिवार को हमला हुआ। सूत्रों ने कहा कि जिस वाहन में एनआईए अधिकारी यात्रा कर रहे थे, उसमें कथित तौर पर उस समय तोड़फोड़ की गई, जब मामले के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था।
कथित घटना के एक वीडियो में स्थानीय लोगों को कथित तौर पर एक वाहन के आसपास इकट्ठा होते देखा गया, जो एनआईए टीम को संदिग्ध को अपने साथ ले जाने से रोकने की कोशिश कर रहे थे।ग्रामीणों ने वाहन पर पथराव भी किया। मालूम हो कि, 5 जनवरी को राज्य के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में ईडी टीम पर इसी तरह का हमला किया गया था।