कोलकाता। कोलकाता हाई कोर्ट के आदेश के 72 घंटों में ही संदेशखाली का गुनाहगार तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख गिरफ्तार कर लिया गया। इसकी गिरफ्तारी पर पीड़ित महिलाओं ने जश्न मनाया। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के आरोपी तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख को गुरुवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया गया।
बंगाल पुलिस ने कोलकाता हाई कोर्ट के आदेश पर उसे गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शाहजहां को बीती रात सरबेरिया इलाके से उठाया है। उसके बाद सुबह करीब पांच बजे बशीरहाट में पुलिस लॉकअप में लाया गया है।
सूत्रों की मानें, तो बंगाल पुलिस उसे आज ही कोर्ट में पेश करेगी। बताते चलें कि, प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर भीड़ के हमले के बाद से ही शाहजहां शेख फरार था और पुलिस को 50 दिन से भी अधिक वक्त से उसकी तलाश थी।
शाहजहां शेख की पहचान टीएमसी के एक ताकतवर और प्रभावशाली नेता के तौर पर है। वो संदेशखाली यूनिट का टीएमसी अध्यक्ष भी रह चुका है। पहली बार शाहजहां शेख उस समय चर्चा में आया, जब 5 जनवरी को ईडी की टीम शाहजहां से बंगाल राशन वितरण घोटाला मामले में पूछताछ करने पहुंची थी, उस समय उसके गुर्गों ने ईडी की टीम पर हमला कर दिया था।
उसके बाद से ईडी लगातार पूछताछ के लिए शाहजहां शेख को समन जारी कर रही थी, लेकिन ईडी टीम पर हमले के बाद से शाहजहां शेख फरार था और उसकी फरारी को 55 दिन हो चुके थे। शेख की गिरफ्तारी की मांग को लेकर संदेशखाली के लोग लंबे समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
ईडी की टीम पर हमला होने के बाद संदेशखाली उस समय सुर्खियों में आया, जब वहां की महिलाओं ने शाहजहां शेख पर जमीन हड़पने और उसके गुर्गों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। इस मामले को लेकर लेफ्ट और बीजेपी पार्टियों ने ममता सरकार के खिलाफ जमकर विरोध भी किया।
संदेशखाली में धारा 144 लगाकर विपक्ष के नेताओं को वहां जाने से रोका गया, हालांकि बीजेपी के नेताओं ने बंगाल से लेकर दिल्ली तक इस मामले को उठाया और ममता सरकार पर दबाव बनाया कि संदेशखाली के सभी आरोपियों की गिरफ्तार किया जाए।
हालांकि बंगाल पुलिस ने इसके गुर्गों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन शाहजहां शेख अभी भी फरार ही था। कोलकाता हाई कोर्ट ने जब शाहजहां की गिरफ्तारी का आदेश दिया, तो पुलिस ने एक्शन लेते हुए देर रात गिरफ्तार किया गया।