किसान के दृष्टि बाधित बेटे ने नागपुरी में क्‍वालीफाई की यूजीसी नेट

झारखंड
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रांची। कहते हैं प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती। कोई बाधा उसे रोक नहीं पाता है। इस बात को रांची जिले के कांके प्रखंड के कोकदोरो निवासी रकीब अंसारी ने प्रमाणित किया है। एक किसान परिवार में जन्मे रकीब ने ऐसा करिश्मा कि‍या है कि लोग उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे।

गांव के ही मदरसा इस्लामिया से प्राथमिक शिक्षा और ज्ञानोदय स्कूल गांधीनगर माधमिक स्तर की शिक्षा हासिल करने वाले रकीब ने यूजीसी नेट क्‍वालीफाई की है। रकीब 80 प्रतिशत दृष्टि बाधित हैं। बचपन से ही पढ़ने में मेघावी रकीब ने नागपुरी विषय के लिए सारा ध्यान लगा दिया था।

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय से उन्होंने नागपुरी विषय पर स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री ली। इसके बाद जेआरएफ और नेट क्वालीफाई किया।

रकीब ने बताया कि पिता आर्थिक रूप से कमजोर हैं। लेकिन उन्‍होंने हिम्मत नहीं हारी। हम सभी भाई बहनों को पढ़ाया। रकीब ने अपनी सफलता का श्रेय पिता, माता और चचेरे भाई आमीर सोहेल को दिया।

रकीब के पिता इस्लाम अंसारी किसान हैं। माता कसीरा खातून गृहणी हैं। पिता ने कहा कि मेरे बेटे की आंख बचपन से कमजोर है। इसके बावजूद बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि का था। कृषि कार्य करके मैंने अपने बच्चों को पढ़ाया। बेटे का परिणाम आने पर पुरानी सारी तकलीफ भूल गया हूं।

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