उत्तर प्रदेश। गुरुवार को सहारा इंडिया परिवार के संस्थापक सुब्रत रॉय का पार्थिव शरीर गोमती किनारे बैकुंठ धाम में पंचतत्व में विलीन हो गया। नम आंखों से हजारों लोगों की मौजूदगी में ‘सुब्रत रॉय’ के पोते ने मुखाग्नि दी। गमगीन माहौल में सहारा परिवार के अधिकारी और कर्मचारीगण भी श्रद्धांजलि देने सहारा शहर और बैकुंठ धाम पहुंचे।
आज दोपहर करीब 2 बजे सहारा शहर से ‘सहाराश्री’ की अंतिम यात्रा निकली। अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। सहारा इण्डिया परिवार के लाखों कर्तव्ययोगी कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत सुब्रत रॉय का मंगलवार, 14 नवंबर की रात मुंबई के एक निजी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान निधन हो गया था। बुधवार शाम पांच बजे मुबंई से विशेष विमान के जरिये ‘सुब्रत राय’ के पार्थिव शरीर को लखनऊ लाया गया।
सहारा शहर में ‘सुब्रत रॉय’ के पार्थिव शरीर को लोगों के दर्शनार्थ रखा गया था। देर रात तक अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में राजनेता, सामाजिक कार्यकर्ता व सहारा इण्डिया परिवार के कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि दी।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, मंत्री नितिन अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री व सपा प्रमुख अखिलेश यादव, सांसद नरेश अग्रवाल, सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम, पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव, प्रमोद तिवारी, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर, कांग्रेस विधान मंडल की नेता आराधना मिश्र, पूर्व मंत्री अम्मार रिजवी, मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली, गायक सोनू निगम समेत अन्य अन्य हस्तियां भी श्रद्धांजलि देने पहुंची थीं।