राजेश कुमार मिश्रा
गया। बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ (एक्टू) के आवाह्न पर 12 सूत्री मांगों को लेकर गया जिला शिक्षा पदाधिकारी मुख्यालय के समक्ष 21 सितंबर को जिला के सदस्यों ने रोषपूर्ण धरना-प्रदर्शन किया। इससे पहले गया गांधी मैदान से मार्च निकाला गया। यह काशीनाथ मोड़, कचहरी रोड, डीएम कार्यालय होते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी मुख्यालय के समक्ष पहुंचकर धरना प्रदर्शन में तब्दील हो गया।
धरना में वक्ताओं ने केंद्रीयकृत रसोईघर का टेंडर को रद्द करने, रसोइया को सरकारी कर्मचारी की दर्जा एवं 28 हजार मन्यदेय देने, रसोइया के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन लागू करने, करोना काल में प्रवासी मजदूरों को खाना बनाने वाली रसोइया के बकाये का भुगतान करने की मांग की।
वक्ताओं ने रसोइया से विद्यालय में किचन में भोजन बनाने के अलावा निजी कार्य कराए जाने पर रोक लगाने, सभी रसोइया को मानदेय की राशि समय पर भुगतान करने और सभी प्रकार की सरकारी सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही।
रामचंद्र प्रसाद ने कहा कि जिला भर के सभी लगभग स्कूल में हेडमास्टर रसोइया के साथ बदसलूकी करते हैं। झाड़ू, बाथरूम की सफाई के लिए मजबूर करते हैं। इसपर जल्द से जल्द रोक लगाई जाए वर्ना तेज आंदोलन होगा।
विभा भारती ने कहा कि रसोइया को सरकारी कर्मचारी की दर्जा दिया जाए। सभी स्कूल में रसोई गैस की सुविधा और रसोइया को मान सम्मान दिया जाए। डराने धमकाने के साथ साथ रोजगार से बेदखल करने की धमकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
धरना-प्रदर्शन के बाद गया डीएम को संलेख और जिला शिक्षा पदाधिकारी को 12 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया। धरना प्रदर्शन में जिला सह प्रदेश अध्यक्ष विभा देवी, जिला सचिव रामचंद्र प्रसाद, सम्मानित अध्यक्ष रीता वर्णवाल, प्रतिमा देवी, मानो देवी, मधु देवी, अनिता देवी, वासु देवी, रेणु देवी, सुनीता देवी सहित अन्य मौजूद थे।
खबरें और भी हैं। इसे आप अपने न्यूज वेब पोर्टल dainikbharat24.com पर सीधे भी जाकर पढ़ सकते हैं। नोटिफिकेशन को अलाउ कर खबरों से अपडेट रह सकते हैं। सुविधा के अनुसार खबरें पढ़ सकते हैं।
आपका अपना न्यूज वेब पोर्टल से फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर सहित अन्य सोशल मीडिया के साथ सीधे गूगल पर जाकर भी जुड़ सकते हैं। अपने सुझाव या खबरें हमें dainikbharat24@gmail.com पर भेजें।