नई दिल्ली। शनिवार को नारंगी और स्लेटी रंग वाली नई वंदे भारत पटरियों पर पहली बार उतारी गई। 19 अगस्त को इसे ट्रायल के लिए पटरी पर लाया गया था और उम्मीद है कि अब जल्द ही इसका नियमित परिचालन शुरू कर दिया जाएगा।
अब सभी वंदे भारत इसी रंग में आएंगी। इसका निर्माण इंटिग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) चेन्नई में हो रहा है। कुछ समय पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने फैक्ट्री का दौरा किया था और नए रंग वाली वंदे भारत की तस्वीरें साझा की थीं। अब तैयार हो चुकी इस ट्रेन की पहली तस्वीरें सामने आई है।
हाल ही में बताया गया था कि अब जो भी नई वंदे भारत आएंगी, उनमें पुरानी वाली से बेहतर सीट्स, सुरक्षा व्यवस्था व आरामदायक व खुली बैठने की जगह समेत कुल 25 बदलाव किये जाएंगे। यह सभी बदलाव इस ट्रेन में शामिल किये गए हैं। आइए जानते हैं कि यह 25 बदलाव कौन-कौन से हैं।
जानें क्या-क्या बदला
- ट्रेन का बाहर से रंग तो बदला ही गया है, अंदर भी ढेर सारे बदलाव कर दिए गए हैं। नई ट्रेन में किये गए बदलाव इस प्रकार हैं।
- सीट को और गद्देदार बनाया गया।
- वॉश बेसिन की गहराई बढ़ाई गई, ताकि छींटे बाहर न आएं।
- सीट का रिक्लाइनिंग ऐंगल (पीछे जाने की क्षमता) बढ़ाया गया।
- चार्जिंग पॉइंट तक पहुंच को आसान किया गया।
- एग्जिक्यूटिव कार में सीट का कलर लाल से सुनहरा नीला किया गया।
- ड्राइविंग ट्रेलर कोच में व्हीलचेयर के लिए सिक्योरिंग पॉइंट दिया गया।
- टॉयलेट्स में लाइट 1.5 से बढ़ाकर 2.5 वॉट की गई।
- पर्दों को अधिक मजबूत और कम पारदर्शी बनाया गया।
- टैप में पानी के बहाव को बेहतर किया गया।
- एग्जीक्यूटिव चेयरकार की आखिरी सीटों के लिए भी मैगजीन बैग्स दिए गए।
- टॉयलेट हैंडल अतिरिक्त मोड़ा गया, ताकि उसे पकड़ना आसान हो।
- ओवरऑल ट्रेन कलर की तरह टॉयलेट पैनल का भी कलर किया गया।
- आपातकालीन परिस्थिति के लिए हैमर बॉक्स कवर को बेहतर किया गया।
- इमरजेंसी टॉक बैक यूनिट को बॉर्डरलैस किया गया और रंग को पैनल के कलर से मिलाया गया।
- एयरोसोल आधारित फायर डिटेक्शन और सप्रेशन सिस्टम लगाया गया।
- बेहतर एसी के लिए एयर टाइटनेस को बढ़ाया गया।
- लगेज रैक के लिए स्मूद टच को रजिस्टिव टच के बदलकर कैपिसिटिव टच किया गया।
- FRP पैनल के मोडिफाइड पैनल लगाए गए, ताकि अंदर से ट्रेन देखने में अच्छी लगे।
- ड्राइवर का डेस्क यूनिफॉर्म के कलर का होगा, ताकि उसकी विजिबिलिटी बेहतर हो।
- ऊंचे पेंटोग्राफ लगाए गए।
- खूबसूरती बढ़ाने के लिए अपर ट्रिम पैनल को बेहतर किया गया।
- ड्राइवर के कंट्रोल पैनल में इमरजेंसी स्टॉप पुश बटन को इंटरचेंज किया गया, ताकि उसका एक्सेस आसान हो सके।
- बेहतर विजिबिलिटी के मद्देनजर फायर एक्सटिंग्विशर के लिए झुका हुआ पारदर्शी दरवाजा लगाया गया, ताकि आसानी से दिख सके।
स्लीपर वंदे भारत जल्द
बता दें कि भारतीय रेलवे जल्दी ही स्लीपर वंदे भारत भी पटरियों पर उतारने की तैयारी में है। इसके लिए काम भी शुरू हो चुका है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि अगले साल तक स्लीपर वंदे भारत पटरियों पर दौड़ती दिख जाएगी। इसकी अधिकतम स्पीड भी मौजूदा चेयरकार वंदे भारत ट्रेन से ज्यादा रखी जाएगी।