हिमाचल प्रदेश। बड़ी और दुखद खबर हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले से आई है। यहां शुक्रवार को भूस्खलन के बाद एक वाहन के सिउल नदी में गिर जाने से 6 पुलिसकर्मी समेत 7 लोगों की मौत हो गई और 4 अन्य घायल हो गए। एक बड़ा पत्थर वाहन के ऊपर आ गिरा, जिसकी वजह से उसका संतुलन बिगड़ गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
भारतीय जनता पार्टी ने दुर्घटना के संबंध में उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। अधिकारियों के मुताबिक, बैरागढ़ से तिस्सा की ओर जा रहे वाहन में 11 लोग सवार थे। दुर्घटना चंबा जिले के चौराह इलाके में तरवाई पुल के समीप हुई।
पुलिस ने बताया कि एक बड़ा पत्थर वाहन के ऊपर आ गिरा, जिसकी वजह से उसका संतुलन बिगड़ गया और वाहन फिसलकर नदी में जा गिरा।
पुलिस के मुताबिक, मृतकों में छह पुलिसकर्मी भी शामिल हैं, जो चंबा सीमा पर तैनात द्वितीय भारतीय रिजर्व बटालियन का हिस्सा थे। उनकी पहचान राकेश गोरा, प्रवीण टंडन, कमलजीत, सचिन, अभिषेक और लक्ष्य कुमार के रूप में हुई है, जबकि सातवां मृतक चंद्ररू राम स्थानीय निवासी था।
घटना पर शोक प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मृतकों के परिजन को तुरंत मुआवजा राशि देने और घायलों का बेहतर इलाज करवाने के लिए जिला प्राधिकारियों को निर्देश दिया।
इस बीच चौराह से भाजपा विधायक हंसराज ने कहा कि कड़े प्रयासों के साथ इस मार्ग को उन्होंने बंद करवाया था, क्योंकि यह यात्रा के लिए सुरक्षित नहीं है, लेकिन मौजूदा सरकार ने इस इलाके में बार-बार भूस्खलन होने की बात मालूम होने के बावजूद मार्ग को फिर से खोल दिया।
यहां जारी एक बयान के मुताबिक, पार्टी की राज्य इकाई के उपाध्यक्ष राज ने दुर्घटना के संबंध में उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि जिस लोक निर्माण विभाग अधिकारी की वजह से इतनी जानें गईं, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।