- प्रशासन ने गड्ढा कर रोका रास्ता, अफसरों के जाते माफियाओं ने भर दिया
- प्रतिदिन दर्जनों ट्रकों से उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में भेजा जा रहा बालू
विवेक चौबे
गढ़वा। बालू घाट का लीज दो साल पहले खत्म हो गया। इसके बाद भी ठेकेदार बालू का खनन कर रहा है। रोजाना दर्जनों ट्रक बालू उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में भेजा जा रहा है। इससे सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है। मुखिया ने इसकी शिकायत ट्वीट कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से की है। इसपर कार्रवाई की मांग की है।
यह मामला जिले के कांडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत राणाडीह पंचायत स्थित बालू घाट का है। पंचायत के मुखिया कृष्णा दास ने बताया कि उक्त बालू घाट का लीज साल 2015-2018 के लिए अजय रस्तोगी के नाम से किया गया था। ठेकेदार द्वारा सरकार को राजस्व भी मात्र तीन साल ही दिया गया। ठेकेदार द्वारा बिचौलिए के साथ मिलकर अभी 2015-2021 तक लगातार घाट से अवैध तरीके से बालू का उठाव किया जा रहा है।
मुखिया ने बताया कि प्रतिदिन दर्जनों ओवर लोड ट्रक से बालू उतर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में लगातार भेजा जा रहा है। इससे सरकारी राजस्व विभाग का नुकसान हो रहा है। पंचायत को मिलने वाली राशि भी नहीं मिल रही है। उक्त पंचायत में बन रहे सरकारी आवास और शौचालय के लाभुकों को ऊंचे दर पर बालू दिया जा रहा है।
श्री दास ने बताया कि बालू घाट के कर्मियों से पूछे जाने पर बार-बार यह कहा जाता है कि लीज बढ़ गया है, जिससे अभी उठाव होता ही रहेगा। कांडी प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी द्वारा बालू घाट जाने के सभी रास्ते में जेसीबी से गड्ढा कर रोक लगाया गया था। अफसरों के जाने के बाद उसी दिन बंद किए गए रास्ते के गढ्ढा को भरकर पुनः बालू का उठाव जारी हो गया। यह अभी भी जारी ही है।
इस संबंध में मुखिया कृष्णा दास ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्विटर कर सारी जानकारी दी है। इस संबंध में कांडी अंचलाधिकारी जोहन टुड्डू से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि शनिवार को बालू घाट का निरीक्षण किया गया था। यदि अभी भी अवैध बालू का उठाव जारी है तो जांच कर कार्रवाई अवश्य की जाएगी।