Jharkhand : सूखने के कगार पर थी नदी, ग्रामीणों ने बनाएं बोरीबांध, फिर …

झारखंड
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खूंटी। झारखंड (Jharkhand) के खूंटी जिले की दियांकेल पंचायत अंतर्गत पंडरिया गांव में नदी बचाओ अभियान के तहत चेंगरझोर नदी पर ग्रामीणों ने मदईत (श्रमदान) परंपरा के तहत तीन बोरीबांध का निर्माण किया। ग्रामीणों का हौसला अफजाई करने बीडीओ दयानंद काजरी भी पंडरिया पहुंचे। ग्रामीणों के साथ श्रमदान किया। सुबह के 8 बजे से अपराह्न 1 बजे तक ग्रामसभा के सभी 60 सदस्यों ने बारीबांध बनाने का काम किया। पानी की जरूरत के आगे दोपहर की तेज धूप भी ग्रामीणों का हौसला कम नहीं कर सका।

ग्रामीणों ने की है खेती

इस गांव के लोग लोगों की आजीविका का मुख्य साधन खेती है। पंडरिया में उपजाई गई सब्जी मुरहू, तोरपा, खूंटी के बाजार में बिकते हैं। यहां 25 एकड़ में किसानों ने तरबूज, कद्दू, टमाटर, खीरा, मिर्च आदि की खेती कर रखा है। जब चेंगरझोर नदी सूखने के कगार पर था, तब ग्रामीणों ने ग्रामसभा में प्रस्ताव पारित कर सेवा वेलफेयर सोसाइटी से बोरीबांध निर्माण में मदद मांगी।

इसके बाद जिला प्रशासन के सहयोग से जल संचयन के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत यहां बोरीबांध का निर्माण कराया गया। सेवा वेलफेयर सोसाइटी के देवा हस्सा ने कहा कि 48 घंटे के अंदर तीनों बोरीबांध में पानी लबालब भर जाएगा। अब किसानों के खेत नहीं सूखेंगे।

महिला लेकर आई खीरा

गांव के लोगों को तेज धूप में काम करते देख गांव की सीबन भेंगरा नामक महिला बोरीबांध निर्माण स्थल पर एक थैला खीरा लेकर आई। सभी को खिलाया। उसने कहा कि आपलोग धूप में थक गए होंगे, खीरा खा लें।

इन लोगों ने किया श्रमदान

बीडीओ दयानंद काजरी, बुधुवा मुंडा, तिपा पाहन, लाडो भेंगरा, बर्जित भेंगरा, सालू हेरेंज, सुमित मुंडा, पवन भेंगरा, सोहराई भेंगरा, जीवन मुंडा, रत्तू भेंगरा, संजय भेंगरा, मतियस भेंगरा, रोड़े भेंगरा, सुमन भेंगरा, सुखराम पूर्ति‍, अमित पाहन, जीदन भेंगरा, संग्राम भेंगरा, बिरसा भेंगरा, फ्रांसिस भेंगरा, जयराम भेंगरा, जाड़े भेंगरा, सुखवा भेंगरा समेत सेवा वेलफेयर सोसाइटी और ग्रामसभा के सदस्य।