बिशुनपुरा (गढ़वा)। जिले के बिशुनपुरा प्रखंड के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य, पुरोहित, शिक्षाविद् और मेराल प्रखंड अंतर्गत लगमा पंचायत के भूतपूर्व मुखिया कैलाशपति मिश्र (95 वर्ष) का बुधवार की शाम निधन हो गया। उनके निधन की खबर सुनते ही पूरे क्षेत्र में गहरा शोक छा गया। कैलाशपति मिश्र ने अपने जीवन में शिक्षा और धर्म दोनों को समान महत्व दिया।
विद्यालय में जहां वे अनुशासन और ज्ञान के प्रतीक थे, वहीं धार्मिक और सामाजिक आयोजनों में वे मार्गदर्शक की भूमिका निभाते थे। ज्योतिष विद्या में उनकी गहरी निपुणता और सटीक भविष्यवाणियों ने उन्हें क्षेत्र में “ज्योतिष गुरु” की उपाधि दिलाई।
गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार बांकी नदी के तट पर पूरे वैदिक विधि-विधान के साथ किया गया, जहां वे पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए गढ़वा जिला के कई प्रखंडों से हजारों की संख्या में लोग उमड़ पड़े।
मौके पर प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि चंदन मेहता, जिप सदस्य शम्भू राम चंद्रवंशी, मुखिया प्रतिनिधि प्रवीण यादव, विश्व हिंदू परिषद के प्रखंड अध्यक्ष सुरेंद्र यादव, बीडीसी प्रतिनिधि भुनेश्वर राम, शिक्षक अशोक कुमार मेहता, भोलानाथ साहू, विश्वनाथ प्रताप देव, मुकेश कुमार, प्रभु चंद्रवंशी, पंकज कुमार गुप्ता, रजिंद्र विश्वकर्मा, लक्ष्मी गुप्ता, रमेश ठाकुर, अजय यादव, डॉ. महेन्द्र गुप्ता, समाजसेवी बलराम पासवान, व्यवसायी संघ के अध्यक्ष ओमप्रकाश गुप्ता, मनोज कुमार रवि (डीलर), कृष्णा विश्वकर्मा, विकास कुमार, छुनु ठाकुर, भरदुल चंद्रवंशी सहित अन्य उपस्थित थे।


