- एक क्लीनिक को अगले आदेश तक के लिए कराया बंद
विश्वजीत कुमार रंजन
गढ़वा। सदर एसडीएम संजय कुमार ने शनिवार को चिरोंजिया एवं नवादा मोड़ क्षेत्र के चार अस्पतालों गढ़वा सेवा सदन, मेडिका हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर, जीएन हॉस्पिटल और डॉ. जे. अंसारी के क्लीनिक का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण में कई गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। कुछ अस्पतालों में ओपीडी एवं आईपीडी रजिस्टर संधारित नहीं थे। मेडिकल वेस्ट निस्तारण की कोई व्यवस्था नहीं थी। वहां प्रदर्शित डॉक्टरों की सूची भी संदिग्ध थी।
डॉ. जे. अंसारी क्लीनिक
यहां क्लीनिक के बोर्ड पर “एमबीबीएस” लिखा पाया गया, जबकि स्थानीय लोगों ने बताया कि संबंधित चिकित्सक संभवतः एमबीबीएस नहीं हैं। बोर्ड पर “जनरल फिजीशियन, हड्डी, एवं नस रोग विशेषज्ञ” भी अंकित था। निरीक्षण के समय डॉ. अंसारी मौजूद नहीं थे। मुकेश कुमार नामक एक तकनीशियन दो मरीजों का इलाज करता मिला।
जांच में यह स्पष्ट हुआ कि मुकेश अभी किसी स्थानीय डिग्री कॉलेज में अध्ययनरत है। क्लीनिक में ही स्थित मेडिकल स्टोर में बड़ी मात्रा में इंजेक्शन, यूज्ड सीरिंज और अन्य चिकित्सकीय सामग्री भी मिली, जिनका कोई वैध लाइसेंस उपलब्ध नहीं था। क्लीनिक को सक्षम स्तर से जांच होने तक या अगले आदेश तक के लिए बंद करा दिया गया।
जीएन हॉस्पिटल
यहां डॉ. जावेद मरीजों का इलाज करते हुए पाए गए। पूछताछ में उन्होंने स्वयं को होम्योपैथिक डॉक्टर बताया, जबकि अस्पताल में होम्योपैथिक उपचार पद्यति का कोई प्रमाण नहीं मिला। यहां एलोपैथिक दवाओं और उपचार का ही उपयोग किया जा रहा था।
मेडिका हॉस्पिटल में 9 सितंबर, 2025 के बाद एडमिशन रजिस्टर अपडेट नहीं मिला। मौके पर भी बड़ी संख्या में लोग इलाजरत थे। कई लोग ऑपरेशन की कतार में थे। बिना ओपीडी या आईपीडी या प्रवेश रजिस्टर में पंजीकृत किए ही ऑपरेशन किये जाने पर एसडीएम ने नाराजगी व्यक्त की।
गढ़वा सेवा सदन में भी जनवरी 2025 से 1 अगस्त 2025 तक का किसी प्रकार के रोगियों का कोई डाटा या रजिस्टर नहीं मिला। उपरोक्त में से किसी के पास भी नियमानुसार मेडिकल वेस्ट निस्तारण की व्यवस्था नहीं पाई गई।
अन्य प्रमुख तथ्य
जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि ज्यादातर अस्पतालों में बड़ी संख्या में गर्भाशय (बच्चेदानी) के ऑपरेशन और डिलीवरी केस के ऑपरेशन किए जा रहे हैं। इस विषय को संदिग्ध मानते हुए एसडीएम नेr कहा कि इस संबंध में भी जांच की जायेगी।
एसडीएम संजय कुमार ने कहा कि गढ़वा में स्वास्थ्य सेवाओं को मानक के अनुरूप बनाने और किसी प्रकार के सिंडिकेट पर नकेल कसने के लिए इस प्रकार का सघन जांच अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि आज जिन चार अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया गया, उनके संबंध में आवश्यक कार्रवाई के लिए सिविल सर्जन को प्रतिवेदन भेजा जा रहा है।
एसडीएम ने स्पष्ट चेतावनी दी कि चाहे सरकारी हो या निजी, स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की अनियमितता, धोखाधड़ी अथवा जानबूझकर की गई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषी पाए जाने पर कठोर दंडात्मक कार्रवाई तय है।
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