
रांची। सरला बिरला विश्वविद्यालय के अंतर्गत महादेवी बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ नर्सिंग एंड क्लीनिकल टेक्नोलॉजी में करम परब की पूर्व संध्या पर कार्यक्रम का आयोजन 2 सितंबर को किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के महानिदेशक प्रो. गोपाल पाठक, कुलपति प्रो. सी जगनाथन, कुलसचिव प्रो. श्रीधर बी. डांडीन, प्राचार्या डॉ. सुबानी बाड़ा, प्रशासक आशुतोष द्विवेदी, उप प्राचार्या मीनल श्वेता ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने मिलकर आदिवासी संस्कृति और परंपरा को जीवंत किया। संस्थान की छात्राओं द्वारा आदिवासी परंपरा पर आधारित गीत और नृत्य भी प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर प्रो. गोपाल पाठक ने कहा कि करम परब केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि भाई-चारे, एकता और प्रकृति के संरक्षण का प्रतीक है। उन्होंने विद्यार्थियों को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़े रहने की सीख दी।
प्रो सी जगनाथन ने कहा कि विश्वविद्यालय ऐसे आयोजनों के माध्यम से अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए सदैव प्रतिबद्ध रहा है तथा हमारी सांस्कृतिक विरासत को हमें न केवल देश में, बल्कि विदेशों में भी जीवित रखने की पुरजोर कोशिश करनी होगी।
करम परब के महत्व पर संस्थान की प्राचार्या ने प्रकाश डालते हुए बताया कि यह पर्व प्रकृति के संरक्षण, भाईचारे और सामूहिक एकता का प्रतीक है।
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती मीनल श्वेता ने किया। कार्यक्रम का संचालन मनीषा कुमारी एवं अनीशा मालवा ने किया।
करम परब पर विवि में हुए आयोजन पर सरला बिरला विश्वविद्यालय के प्रतिकुलाधिपति बिजय कुमार दलान एवं राज्यसभा सांसद डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने हर्ष व्यक्त करते हुए अपनी शुभकामनाएं दी।
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