बच्चों को मध्याह्न भोजन के बाद आयरन व फोलिक एसिड की गोली देने के निर्देश

झारखंड
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  • गर्भवती महिला व नवजात की मॉनिटरिंग के लिए समिति गठित करें : उपायुक्त

आनंद कुमार सोनी

लोहरदगा। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में उपायुक्त डॉ तारांचद की अध्यक्षता में 12 जुलाई को हुई। उपायुक्त ने स्वास्थ्य व पोषण से जुड़ी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए समन्वय बनाकर कार्य करने का निर्देश दिया। इसके लिए सभी प्रखंडों में एएनएम, सहिया, आंगनवाड़ी सेविका व सहायिका की टीम का गठन करने का निर्देश दिया गया, ताकि जिला में पोषण एवं स्वास्थ्य जैसी आवश्यक सुविधाओं को आमजनों तक सुलभ पहुंचाया जा सके।

एनीमिया मुक्त भारत अभियान कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने विद्यालयों द्वारा बच्चों में एनीमिया के स्तर को कम करने के लिए उठाए जा रहे कदमो पर बिंदुवार चर्चा की। साथ ही, आयरन व फोलिक एसीड की दवा बच्चों को निर्धारित खुराक के अनुसार सेवन नहीं कराये जाने पर संबंधित विद्यालयों के जिम्मेवार सीआरपी व बीआरपी को कारण बताओ नोटिस देकर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

स्वास्थ्य व पोषण के इंडिकेटर को सुधारे

उपायुक्त ने कहा कि प्रखंडों में स्वास्थ्य व पोषण के इंडिकेटर्स की स्थिति को बेहतर करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाय। इसके लिए स्वास्थ्य, समाज कल्याण और शिक्षा विभाग को एकसाथ आकर बेहतर तालमेल के साथ कार्य करने की आवश्यकता है।

महिलाओं का एएनसी सुनिश्चित करें

डॉ ताराचंद ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया है कि जिले के सभी पोषक क्षेत्रों के पहली तिमाही में गर्भवती महिलाओं का प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) आवश्यक रूप से करना सुनिश्चित करें। प्रसव के तीन सप्ताह पूर्व से ही गर्भवती महिलाओं की मॉनिटरिंग हो, ताकि हर गर्भवती को उचित पोषण और दवा देते हुए उनका संस्थागत सुरक्षित प्रसव हो सके।

साथ ही, गर्भवती महिला व उनके परिजनों को एएनसी की महत्ता के बारे में भी बतलाया जाय। उपायुक्त ने कहा कि जिले के हर गर्भवती का शत प्रतिशत एएनसी हो, यह सुनिश्चित करें। एक भी गर्भवती इससे नहीं छूटे। उपायुक्त ने एएनसी के साथ-साथ महिलाओं का हीमोग्लोबीन का स्तर भी जांचने का निर्देश दिया है, ताकि ससमय उसका निदान के आवश्यक कार्रवाई की जा सके।

स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध रहे चिकित्सक

उपायुक्त ने स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक रूप से चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है, ताकि हर जरूरतमंद का इलाज ससमय हो सके। उन्होंने प्रखंड स्तर पर नियमित रूप से बैठक कर स्वास्थ्य विभाग से संबंधित योजनाओं का समीक्षा करने का निर्देश दिया है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अपने पोषक क्षेत्र के मुखियाजनों से समन्वय स्थापित करते हुए पंचायतों में स्वास्थ्य इंडिकेटर्स की मॉनिटरिंग कर आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है।

इसपर भी आवश्यक दिशा निर्देश दिया

बैठक में एमटीसी केंद्रों में बच्चों की स्थिति, टीबी, मलेरिया, कुष्ठ रोग, बच्चों का टीकाकरण आदि की भी समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। मौके पर उप विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, सिविल सर्जन डॉ राजू कच्छप, जिला शिक्षा अधीक्षक अभिजीत कुमार, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व अन्य उपस्थित थे।

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