नई दिल्ली। बड़ी खबर उज्जैन से आई है, जहां निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर को एक धमकी भरा लेटर मिला है। उसमें लिखा है कि तुम बार-बार नबी की तौहीन करते हो। इसकी एक ही सजा सर तन से जुदा। इस लेटर को लेकर महामंडलेश्वर ने कहा सीएम मोहन यादव से सुरक्षा की गुजारिश की थी। मैं तो सनातन का काम कर रहा हूं और करता रहूंगा।
मिली जानकारी के अनुसार यह धमकी भरी चिट्ठी सगीर अहमद पिता रिजवान नाम के एक व्यक्ति ने नवाब नगर करेली प्रयागराज यूपी के पते से भेजी है। यह लेटर उर्दू में लिखा गया है।
बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब महामंडलेश्वर को जान से मारने की धमकी मिली है। इसके पहले साल 2023 में किसी अज्ञात व्यक्ति ने अखाड़ा परिषद की बैठक के दौरान उर्दू में लेटर भेजकर धमकी दी थी।
महामंडलेश्वर मुस्लिम लड़कियों को सनातन धर्म में लाकर उनका सनातन रीति-रिवाज से आश्रम में ही विवाह करा चुके हैं और 3 मुस्लिमों को सनातनी दीक्षा दी थी।
महामंडलेश्वर डॉ. सुमन आनंद गिरि ने बताया कि चिट्ठी उर्दू में है, जिसमें लिखा है कि ‘काफिर (नास्तिक) सुमन आनंद, तू बार-बार नबी की तौहीन (अपमान) करता है। नामुराद, तुम अच्छी तरह जानते हो कि गुस्ताख-ए-रसूल की एक सजा सर तन से जुदा करना है।
तुम बहुत मुनाफिक (पाखंडी) और बदतमीज आदमी हो। तुम्हारी जिंदगी हमारे रहम-ओ-करम पर है। खामोश सफर में आप हमारी जमात (समुदाय) को मुसलसल (लगातार) गुमराह कर रहे हैं और हम आपके लिए कयामत (प्रलय) का इंतजार नहीं करेंगे। वैसे आप खुद एक मरदूद (बहिष्कृत) हैं।
अल्लाह ने खुद आपको तोड़ा है, लेकिन शैतान आपके दिमाग में दाखिल होकर आपको धोखा दे रहा है। हम अपने दीन और ईमान की हिफाजत में पूरी तरह मजबूत हैं। राम मंदिर पर एक दिन अजान गूंजेगी। अपने आप को बचा सकते हो, तो बचा लो। इंशा अल्लाह हम कामयाब होंगे।
सुमन आनंद गिरि का कहना है कि शासन-प्रशासन को भी इस बारे में सूचनाएं दी जाती हैं, लेकिन न जाने किस कारण से कोई जवाबदार व्यक्ति संज्ञान नहीं ले रहा है। पुलिस मुख्यालय को भी धमकी भरे पत्र की सूचनाएं दी गई हैं।
मुख्यमंत्री मोहन यादव से भी मुलाकात कर सूचना दी थी। उन्होंने लोकसभा चुनाव के बाद सुरक्षा देने की बात कही थी, लेकिन उसके बाद कोई रुचि नहीं दिखाई। इसके पहले शिवराज सिंह चौहान को भी सूचना दी थी।
गिरि ने बताया कि पहले भी कई बार इसी तरह से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से जान से मारने की धमकी मिली है। कुछ लोगों को सनातन का प्रचार-प्रसार रास नहीं आ रहा है। इसलिए इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।
मैं तो सनातन का काम कर रहा हूं और करता रहूंगा। जब तक शरीर में प्राण है, धमकियां मिलती रहेंगी। वे लोग अपना काम कर रहे हैं, मैं अपना काम कर रहा हूं।
जिस दिन हमारा समय आ जाएगा उस दिन न सुरक्षा व्यवस्था काम आएगी न कुछ और। ये जरूर है कि उस दिन जिम्मेदार लोग श्रद्धांजलि देने जरूर आएंगे।
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