गुमला। मात्स्यिकी महाविद्यालय ने किसानों का सर्वेक्षण 4 एवं 5 दिसंबर, 2024 को गया। इस सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य महाविद्यालय द्वारा किसानों को दिए गए प्रशिक्षणों के प्रभाव का आकलन करना था। महाविद्यालय द्वारा अभी तक किसानों को मछली के मूल्यवर्धित उत्पाद बनाने, समन्वित एवं मिश्रित मछली पालन, मछली का चारा निर्माण और मछली के रोग एवं पानी की गुणवत्ता का प्रबंधन पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है।
इन प्रशिक्षणों में भाग लेने वाले किसानों पर प्रशिक्षण का क्या प्रभाव पड़ा, इसकी जानकारी के लिए यह सर्वेक्षण गुमला जिले के सिसई, बसिया, गुमला एवं घाघरा प्रखंड में किया गया। इस सर्वेक्षण में सहायक प्राध्यापिका डॉ. श्वेता कुमारी के साथ संजय नाथ पाठक एवं पांच चतुर्थ वर्षीय विद्यार्थी मोतिउर रहमान, शाम्भवी मिश्रा, मोनिका डुंगडुंग, शुभ्र पल्लव भट्ट एवं आयुष स्टीव मिंज सम्मिलित थे।
यह सर्वेक्षण महाविद्यालय के सह-अधिष्ठाता डॉ. ए.के. सिंह के मार्गदर्शन में सहायक प्राध्यापिका डॉ. श्वेता कुमारी द्वारा किया गया। इस सर्वेक्षण से यह पता चलेगा कि किसानों द्वारा प्रशिक्षण में दी गयी जानकारी का कितना उपयोग किया जा रहा है। प्रशिक्षण में दी गयी जानकारियों का उपयोग करने में उन्हें किसी तरह की कठिनाई का सामना तो नहीं करना पड़ रहा। प्रशिक्षण से सम्बंधित उनकी क्या-क्या अपेक्षाएं हैं।
इस सर्वेक्षण से प्राप्त की गयी जानकारियों का विश्लेषण किया जायेगा। भविष्य में आयोजित किये जाने वाले प्रशिक्षणों में इन बातों का ध्यान रखा जायेगा।
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