राष्ट्रीय लोक अदालत में एक हुए चार साल से अलग रह रहे दंपती

झारखंड
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  • लातेहार में पंचायत स्तर के 9 कानूनी सहायता केंद्रों का हुआ उद्धघाटन

लातेहार। व्यवहार न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन 14 दिसंबर को किया गया। इसमें चार साल से अलग रहे दंपती एक साथ रहने को राजी हो गए। मौके पर 12 हजार पांच सौ वादों का निपटारा हुआ। पांच करोड़ 92 लाख रुपये का सेटलमेंट हुआ। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार और झारखंड विधिक सेवा प्रधिकार के आदेश एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार सिंह के मार्गदर्शन में राष्‍ट्रीय लोक अदालत लगी।

कार्यक्रम का ऑनलाइन उद्धघाटन झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सह झारखंड विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यकारी अध्यक्ष सुजीत नारायण प्रसाद ने किया। उन्होंने जिला के न्यायिक पदधिकारियों, जिला प्रशासन के अधिकारियों, अधिवक्ताओं, पीएलवी एवं वादकारियों को बढ़-चढ़ कर लोक अदालत में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया।

श्री प्रसाद ने कहा कि सबके सहयोग से ही झारखंड में लोक अदालत के माध्यम से वादों का निष्पादन संख्या बेहतर है। श्री प्रसाद ने लातेहार में 9 सहित राज्य में 1030 पंचायत लीगल सर्विस क्लीनिक एवं 90 दिनों का व्यापक जागरुकता कार्यक्रम का उद्धाटन भी किया।

5.92 करोड़ का हुआ सेटलमेंट

राष्ट्रीय लोक अदालत में में प्री-लीटिगेशन के लगभग 10 हजार 100 मामले एवं दो हजार पांच सौ कोर्ट मामलों का निष्पादन किया गया। इसके साथ ही विभिन्न वादों में लगभग 5 करोड़ 92 लाख रूपये का सेटलमेंट किया गया।

पति व पत्नी को मिलाया गया

कुटुम्ब न्यायालय के न्यायाधीश राजीव रंजन ने चार साल से अलग रह रहे समीर आलम एवं सोनी खातून को मिलाया। समीर आलम एवं सोनी खातून ने 19 मार्च, 2021 को शादी की थी। शादी के कुछ महीने बाद ही दोनों के बीच झगड़ा होने लगा। मामला कोर्ट तक पहुंच गया। दोनों अलग होना चाहते थे, लेकिन न्यायाधीश राजीव रंजन एवं दोनो पक्षों के अधिवक्ताओं के समझाने बुझाने पर लोगों साथ रहने को राजी हो गये।

घरेलु विवाद में झड़प हुई

दूसरे केस में जगेश्वर यादव और प्रीति देवी को मिलाया गया। इनका विवाह 9 जून, 2016 में हिन्दू रीति रिवाज से हुआ था। दोनों से दो बच्चे हैं। जून, 2024 से दोनों के बीच घरेलु विवाद में झड़प हुई। धीरे-धीरे लड़ाई कोर्ट तक पहुंच गया। दोनों अलग रहने लगे। प्रीति देवी ने अलग होने और भरन-पोषण का केस किय। कुटुम्ब न्यायालय के न्यायाधीश एवं मध्यस्थ्य अरबिन्द प्रसाद गुप्ता ने दोनों को फिर से मिलाया। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार सिंह ने दोनों जोड़ों को उपहार एवं मिठाई खिलाकर विदा किया। हमेशा साथ रहने और बच्चों को जीवन में आगे बढ़ाने की सलाह दी।

ये रहे मौजूद

इस मौके पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार सिंह, उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता, पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव, प्रधान न्यायाधीश, कुटूम्ब न्यायालय राजीव आन्नद, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम दिनेश कुमार मिश्रा, सीजेएम अब्दूल नसीर, एसीजेएम शशि‍ भूषण शर्मा, सिविल जज तृतीय सह न्यायिक दण्डाधिकारी स्वाति विजय उपाध्याय, जिला विधिक सेवा प्रधिकार के सचिव शिवम चैरसिया, एसडीजेएम प्रणव कुमार, प्रभारी न्यायाधीश सह प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट जेजेबी उत्कर्ष जैन, स्थायी लोक अदालत के अध्यक्ष पन्नालाल एवं सदस्य शकिल अख्तर, जिला प्रशासन के अधिकारी, कंज्यूमर फाॅरम के प्रेसिडेंट एवं सदस्य, बार के अध्यक्ष राजमणी प्रसाद, एलएडीसीएस के अधिवक्तागण, बार एसोसिएशन लातेहार के सदस्य, व्यवहार न्यायालय के कर्मचारी, पीएलवी के सदस्य, बैंक कर्मी सहित सैकड़ों की संख्या में वादकारी मौजूद रहे।

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