जांच कमेटी का गठन, 12 घंटे में रिपोर्ट सौंपने का आदेश
झांसी। दिल दहला देने वाली खबर उत्तर प्रदेश के झांसी से आई है, जहां एक मेडिकल कॉलेज में देर रात भीषण आग लग गई। इसमें 10 नवजात शिशु जिंदा जल गए।
अबतक मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार देर-रात महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष एनआईसीयू वार्ड में भीषण आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई।
जिस वार्ड में आग लगी थी, वहां 45 से अधिक नवजात भर्ती थे। डीएम अविनाश कुमार के अनुसार आग शॉर्ट सर्किट से लगी। खबर लिखे जाने तक वार्ड से 31 नवजात शिशुओं को बाहर निकाल लिया गया था।
हादसे की सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। सेना को भी बुला लिया गया। सेना एवं दमकल की गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हैं। दस नवजात की मौत से अस्पताल परिसर में कोहराम मचा हुआ है।
सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लेते हुए उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक को झांसी के लिए रवाना कर दिया है। उनके साथ प्रमुख स्वास्थ्य सचिव भी झांसी आ रहे हैं।
सीएम योगी ने घटना की जांच रिपोर्ट 12 घंटे में देने को कहा है। कमिश्नर और डीआईजी हादसे की जांच कर रहे हैं। जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सचिन माहौर ने बताया कि एनआईसीयू वार्ड में 54 बच्चे भर्ती थे। अचानक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के अंदर आग लग गई।
आग बुझाने के प्रयास किए गए, लेकिन चूंकि कमरा अत्यधिक ऑक्सीजनयुक्त था, इसलिए आग तेजी से फैल गई। कई बच्चों को बचा लिया गया। 10 बच्चों की मौत हो गई। घायल बच्चों का इलाज चल रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रात करीब पौने ग्यारह बजे एनआईसीयू वार्ड से धुआं निकलता दिखा। वहां मौजूद लोगों ने शोर मचाया। जब तक कुछ समझ पाते, आग की लपटें उठने लगीं। कुछ ही देर में आग ने वार्ड को अपनी चपेट में ले लिया। वहां भगदड़ मच गई।
नवजात बच्चों को बाहर निकालने की कोशिश हुई, लेकिन, धुआं एवं दरवाजे पर आग की लपटें होने से बच्चे समय पर बाहर नहीं निकाले जा सके। कुछ देर बाद दमकल की गाड़ियों के पहुंचने पर नवजातों को बाहर निकाला जा सका। खबर लिखे जाने तक वार्ड से 10 नवजात शिशुओं के शव बाहर निकाले जा चुके थे। मौके पर रोते-बिलखते परिजनों का जमावड़ा लगा हुआ है। बचाव कार्य चल रहा था।
मौके पर जिलाधिकारी समेत सभी प्रशासनिक अधिकारी पहुंच गए हैं। सेना का दमकल वाहन मौके पर पहुंच चुका है। मेडिकल कॉलेज की बिजली काट दी गई है।
अब तक करीब 30 से अधिक बच्चों का रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। आग की चपेट में आने से 10 बच्चों की मौत हो गई है, जबकि वार्ड में लगभग 54-55 बच्चे भर्ती थे। बाकी बचाए गए बच्चों का इलाज जारी है।