मां बनी कुमाता, अपनी ही बेटी की दी बलि, खाया कलेजा

अपराध झारखंड
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विश्वजीत कुमार रंजन

पलामू। कहा जाता है कि मां कुमाता नहीं हो सकती है। हालांकि झारखंड के पलामू जिले के हुसैनाबाद थाना के खराड़ गांव से मां के कुमाता बनने की खबर सामने आई है। यहां एक मां ने अपनी ही बेटी की बलि चढ़ा दी। फिर उसका कलेजा निकालकर खाया। पुलिस ने आरोपित महिला गीता देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

थाना प्रभारी संजय कुमार यादव ने बताया कि नग्न अवस्था में बच्ची की कटी लाश बरामद की गई है। आरोपी महिला ने अंधविश्वास में अपना आपा खो दिया था। पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह डायन-बिसाही सीख रही थी।

आरोपी महिला ने बताया है कि जपला बाजार से उसने चूड़ी, कपड़ा और पूजन की अन्य सामग्री खरीदी। इसके बाद वापस आ गई। शाम होने पर वह अपने घर से लगभग दो किलोमीटर दूर सिकनी बरवाढोड़ा जंगल के पास सुनसान जगह पर बेटी के साथ पहुंची। वहां उसने तंत्र-मंत्र शुरू किया।

पुलिस के अनुसार इसके बाद आरोपी मां ने बच्ची को नग्न किया। फिर स्वयं नग्न हो गई। चूड़ी, वस्त्र और अन्य सामग्री से पूजा की। पूजा के बाद वह कुछ देर तक वहां नाची। फिर चाकू से गला काटकर बच्ची की बलि दे दी। बच्ची के शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए।

आरोपी महिला ने बच्ची का कलेजा निकालकर वहीं बैठकर खाया। फिर शव को मिट्टी में दफन कर नग्न अवस्था में ही अपने घर पहुंच गई। आरोपी महिला का पति दिल्ली में काम करता है।

मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि आरोपी महिला की सास भी उसे इस हालत में देख हक्की-बक्की रह गई। सास ने जब आरोपी महिला से बच्ची के बारे में पूछा तो उसने हत्या करने की बात कबूल कर ली। इसके बाद गांव वालों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस आरोपी महिला को गिरफ्तार कर घटनास्थल लेकर पहुंची।

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