नई दिल्ली। भारत विश्व में पांचवां सबसे बड़ा कोयला भंडार वाला देश है। तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के कारण कोयले का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। हालांकि, वर्तमान खपत परिदृश्य आयात की एक महत्वपूर्ण जरूरत को दर्शाता है, विशेष रूप से कोकिंग कोल और उच्च श्रेणी के थर्मल कोयले के लिए, जो घरेलू भंडार में पर्याप्त रूप से उपलब्ध नहीं हैं। इस कमी के कारण इस्पात सहित प्रमुख उद्योगों को समर्थन देने के लिए आयात की जरूरत होती है।
वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-अगस्त अवधि के दौरान कोयले के आयात में 2.2 प्रतिशत की मामूली वृद्धि हुई। यह पिछले वर्ष के 108.81 मिलियन टन की तुलना में 111.20 मिलियन टन (एमटी) तक पहुंच गया। हालांकि, गैर-विनियमित क्षेत्र में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में अप्रैल-अगस्त 2024 के दौरान 10.3 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
अप्रैल से सितंबर, 2024 तक कोयला आधारित बिजली उत्पादन में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 4.97 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि के बावजूद, मिश्रण उद्देश्यों के लिए आयात पिछले वर्ष की तुलना में घटकर 9.79 मिलियन टन हो गया। यह इसी अवधि के दौरान 10.70 मिलियन टन था, जो 8.5 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता है।
यह गिरावट कोयला उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने और आयात पर निर्भरता कम करने के लिए भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। बिजली क्षेत्र के लिए कोयले के आयात में वृद्धि का श्रेय आयातित कोयला-आधारित बिजली संयंत्रों (केवल आयातित कोयले का उपयोग करने के लिए डिज़ाइन किए गए) द्वारा कोयले के आयात को दिया जाता है। यानी इस अवधि के दौरान 26.14 मिलियन टन, जो पिछले वर्ष की इसी समय सीमा में 17.07 मिलियन टन से 53.1 प्रतिशत की वृद्धि पर पहुंच गया।
इसके अलावा, अप्रैल-सितंबर 2024 की अवधि के दौरान कोयला उत्पादन में वृद्धि देखी गई। वित्त वर्ष 2023-24 की इसी अवधि में 428.21 मिलियन टन की तुलना में 453 मिलियन टन तक पहुंच गया, जो 5.79 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। इस बढ़ोतरी का रुझान कोयले के उपयोग को सुव्यवस्थित करने और घरेलू उत्पादन को बढ़ाने के लिए सरकार के चल रहे प्रयासों को इंगित करता है।
मूल्य के संदर्भ में अप्रैल-अगस्त 2024-25 के दौरान कुल आयातित कोयले की कीमत 120,532.21 करोड़ रुपये है। पिछले वर्ष (2023-24) इसी अवधि के दौरान कुल आयातित कोयले की कीमत 133,461.65 करोड़ रुपये थी। इसके फलस्वरूप 12,929.44 करोड़ रुपये की बचत हुई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में मूल्य के लिहाज़ से लगभग 9.69 प्रतिशत की बचत है।
खबरें और भी हैं। इसे आप अपने न्यूज वेब पोर्टल dainikbharat24.com पर सीधे भी जाकर पढ़ सकते हैं। नोटिफिकेशन को अलाउ कर खबरों से अपडेट रह सकते हैं। सुविधा के अनुसार अन्य खबरें पढ़ सकते हैं।
आप अपने न्यूज वेब पोर्टल से फेसबुक, इंस्टाग्राम, x सहित अन्य सोशल मीडिया के साथ-साथ सीधे गूगल हिन्दी न्यूज पर भी जुड़ सकते हैं। यहां भी खबरें पढ़ सकते हैं। अपने सुझाव या खबरें हमें dainikbharat24@gmail.com पर भेजें।
हमसे इस लिंक से जुड़े
https://chat.whatsapp.com/F5cUgceY6g88N3vxrwAvdX