नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से दुखद खबर आई है। बिहार की मशहूर गायिका शारदा सिन्हा का 72 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली एम्स में उन्होंने आखिरी सांस ली। उनकी तबीयत अचानक अधिक बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ा था।
इस खबर ने देशभर में उनके शुभचिंतकों को झकझोर कर रख दिया। शारदा सिन्हा के गाये छठ गीत अभी भी हर तरफ बजते हैं, लेकिन बिहार की स्वर कोकिला अब हमारे बीच नहीं रहीं।
शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमान ने सोशल मीडिया पर उनकी तबीयत बिगड़ने की जानकारी दी थी। उन्होंने एक वीडियो जारी किया है और बताया कि उनकी मां की हालत नाजुक है। सोमवार 4 नवंबर को दोपहर के समय उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई, जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया था।
लोक गायिका शारदा सिन्हा की तबीयत को लेकर लगातार अपडेट आ रहे थे। लेकिन सिंगर के निधन से छठ के महापर्व की रोनक फीकी पड़ गई। सिंगर काफी समय से बीमार थीं और उनका इलाज चल रहा था।
शारदा सिन्हा ने छठ के कई गाने गाए। यहां तक कि छठ 2024 के मौके पर भी उन्होंने अपने प्रशंसकों को निराश नहीं किया। सिंगर ने जाते-जाते सभी श्रोताओं को छठ का तोहफा दिया। वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शारदा सिन्हा के बीमार होने पर उनकी खबर ली थी।
देश की महान सिंगर मौजूदा समय में वेंटिलेटर पर थीं और किडनी की गंभीर समस्या से जूझ रही थीं। छठ के गीत गाकर पॉपुलैरिटी हासिल करने वाली शारदा सिन्हा पिछले कुछ समय से उनके स्वास्थ्य में ज्यादा गड़बड़ी आ गई थी।
सभी उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना कर रहे थे, लेकिन सिंगर ने 72 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। कुछ समय पहले ही रिपोर्ट आई थी कि सिंगर की सेहत में ज्यादा सुधार नहीं हो पा रहा है और उनका डायलिसिस शुरू हो गया है। वे लगातार दिल्ली एम्स के डॉक्टर्स की टीम की निगरानी में थीं। उनके चले जाने से संगीत जगत में शोक की लहर है।